उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय की कृषि विज्ञान अध्ययनशाला और उज्जैन इनक्यूबेशन सेंटर के संयुक्त तत्वाधान में कन्वर्टिंग योर आइडिया इन सक्सेसफुल स्टार्टअप्स विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। शुभारंभ कार्यक्रम के अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने की तथा मुख्य अतिथि रसायन एवं जैव रसायन रसायन अध्ययनशाला की विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर उमा शर्मा थीं। इस अवसर पर उज्जैन इनक्यूबेशन सेंटर की ओर से नोडल ऑफिसर कंपनी सेक्रेट्री सुश्री तोशीबा सुगंधी उपस्थित थीं।
शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि भारतवर्ष में प्राचीन काल से नवाचार को प्राथमिकता दी गई है और किसी नवाचार को कल्पनाशीलता और वैचारिक दृढ़ता के साथ सार्थक बनाना ही स्टार्टअप है। साथ ही उन्होंने यह बताया कि अमेरिका में सैकडों की संख्या में इनक्यूबेशन सेंटर हैं। वहाँ की तुलना में हमारी जनसंख्या अधिक होने से आर्थिक विकास के लिए भारत में भी इनक्यूबेशन सेंटर की संख्या को कई गुना बढ़ाना होगा। प्रोफेसर शर्मा ने यह भी बताया की स्टार्टअप को तैयार करने के लिए विभिन्न चरणों और कानून की जानकारी भी बहुत आवश्यक है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रोफेसर उमा शर्मा ने इस प्रकार की कार्यशाला को विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों के लिए भी आयोजित करने की बात कही। शुभारंभ अवसर पर उज्जैन इनक्यूबेशन सेंटर की नोडल अधिकारी कंपनी सेक्रेट्री सुश्री तोशीबा सुगंधी ने उज्जैन इनक्यूबेशन सेंटर पर उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं एवं इनक्यूबेशन सेंटर की कार्यविधि और इसके द्वारा चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। सुश्री तोशीबा सुगंधी ने उज्जैन इनक्यूबेशन सेंटर के माध्यम से चल रहे विभिन्न स्टार्टअप जैसे महाकालेश्वर मंदिर से प्राप्त फूलों से विभिन्न सामग्री जैसे अगरबत्ती राखी इत्यादि के व्यवसाय के संबंध में जानकारी दी एवं प्रतिभागियों को उज्जैन इनक्यूबेशन सेंटर विकसित करने को कहा।
तीन दिवसीय कार्यशाला के अवसर पर स्वागत भाषण कृषि विज्ञान अध्ययनशाला के विभाग अध्यक्ष डॉ राजेश टेलर ने दिया एवं इस तीन दिवसीय कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की। डॉ टेलर ने बताया कि इन तीन दिनों उज्जैन इनक्यूबेशन सेंटर के एक्सपर्ट विद्यार्थियों को किसी आइडिया को कैसे स्टार्टअप में कन्वर्ट किया जाए, इसके विभिन्न चरणों की जानकारी प्रतिभागियों को दी जावेगी। इस कार्यशाला के शुभारंभ कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर निवेदिता वर्मा ने किया तथा आभार गणित अध्ययनशाला के विभाग अध्यक्ष डॉक्टर संदीप तिवारी ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर डॉ एचपी सिंह, डॉ अनिल जैन, डॉ कमल बुनकर, डॉ रुचि यादव, श्री पुष्पेंद्र घोष, श्री आशुतोष पाटीदार, डॉ राजेश परमार, डॉ रुचि यादव, डॉ अनीता यादव आदि उपस्थित रहे।
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