उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की कृषि विज्ञान अध्ययनशाला में अनुवांशिकी विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया, जिसमें विक्रम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ आर सी वर्मा द्वारा अनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विषय पर विशेष व्याख्यान दिया गया। डॉ वर्मा ने बताया कि अनुवांशिकी के क्षेत्र में शोध कार्य द्वारा कृषि की क्षेत्र में बहुत सारे नई किस्म के बीजों की खोज की गई है, जिससे पूरे विश्व में खाद्यान्न के उत्पादन में भारत का बहुत बड़ा स्थान हो गया है। उन्होंने विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में कार्य करने की ओर प्रेरित किया।
इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने डॉक्टर आर सी वर्मा के योगदान का उल्लेख किया एवं विद्यार्थियों को उनके द्वारा किए गए शोध से सीखने और निरंतर कार्य करने की प्रेरणा दी। व्याख्यान की अध्यक्षता कृषि विज्ञान अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष डॉ राजेश टेलर ने की। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर पुष्पेंद्र सिंह घोष ने तथा आभार डॉ शोभा मालवी ने व्यक्त किया। इस अवसर पर डॉ उमा पाटीदार, डॉ आशुतोष पाटीदार, डॉ पी डी पवार, डॉ मोनू विश्वकर्मा , श्री मृणाल शाह एवं विकास खत्री उपस्थित थे।
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