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सरस्वती सारथी सम्मान से सम्मानित हुए महावीर सिंह

● मैं सूरज हूंँ मुझे तो वक्त पर ही डूबना होगा
फ़लक में चांद - तारों का चमकना भी जरुरी है।
-- महावीर सिंह
● बड़ा बनना है तुझको तो ये नुस्ख़ा आज़माया कर
कि सर, माता-पिता के पांँव में अपना झुकाया कर
-- महावीर सिंह
🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏
भोपाल, बुधवार, 23 अगस्त, 2023 । मध्य प्रदेश साहित्य साधना मंच, सीहोर के तत्वधान में जश्न-ए-आजादी के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ । भारत के 10 राज्यों से आए कवियों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया। साहित्य साधना मंच सीहोर के संस्थापक श्री सुरेश जायसवाल के अनुसार सीहोर के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के सभागार में भारत के 10 राज्यों से आये कवियों ने कविता पाठ किया । इस अवसर पर अति विशिष्ट अतिथि इटली से पधारीं आरती बख्शी रहीं। इन्होंने भी काव्य पाठ किया।


प्रथम सत्र के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समीक्षक संजय आरजू एवं अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष अशोक व्यग्र ने की । द्वितीय सत्र में संरक्षक अशोक निर्मल, अध्यक्षता अशोक व्यग्र, मुख्य अतिथि जनपद के अध्यक्ष डॉ अनीस खान रहे।
अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के इस अवसर पर मध्य प्रदेश विधानसभा सचिवालय भोपाल के प्रथम श्रेणी अधिकारी एवं गीतकार तथा शायर श्री महावीर सिंह को संस्था ने *सरस्वती सारथी सम्मान* से सम्मानित किया ।


श्री महावीर सिंह ने जब काव्य पाठ किया तो सभागार में उपस्थित श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। महावीर सिंह ने अपने हर शे'र पर श्रोताओं से वाहवाही लूटी। इनके द्वारा पढ़े कुछ मुख्य मुख्य अशआर -
★ घोंसलों को उदासी सताने लगी
जब परिंदों के बच्चों के पर आ गए।
★ ये चुनावों के मौसम का आगाज़ है
कल तलक जो उधर थे इधर आ गये ।
★ था वो दुश्मन मगर ख़ानदानी न था
उससे हम दुश्मनी छोड़कर आ गए।
★ अपने महबूब से जीतना मत कभी
इश्क़ में है मज़ा हार जाने के बाद ।
★ क्यूंँ न करतीं शरारत ये नज़रें मेरी
आपके इस तरह मुस्कुराने के बाद।
★ ज़िंदगी मेरी बेनूर सी हो गई
मेरे महबूब के रूठ जाने के बाद।
★ खुशबुएंँ उनकी सब हम चुरा लाये हैं
हाथ धीरे से उनसे मिलाने के बाद।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर आभार डॉ. विजयेन्द्र जायसवाल ने किया । इस मौके पर रायपुर से पधारे "खबरों के जग में" चेनल के संस्थापक कुमार जगदलबी भी का विशेष योगदान रहा। उनके यूट्यूब चैनल पर कार्यक्रम का प्रसारण किया गया। कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी एवं संरक्षक दीपक मंडलोई की पुस्तक "मेरी संस्कृति और नदी" का भी इस अवसर पर लोकार्पण किया गया।
✍ राधेश्याम चौऋषिया
● सम्पादक, बेख़बरों की खबर
● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन
● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक मालव क्रान्ति
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