Skip to main content

नेशनल एजुकेशन पालिसी 2020 में चुनौतियों की जगह अवसर ज्यादा हैं - प्रो सी सी त्रिपाठी

नेशनल एजुकेशन पालिसी 2020 के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा निटर भोपाल

भोपाल । एनआईटीटीटीआर, भोपाल ने नेशनल एजुकेशन पालिसी 2020 के विभिन्न प्रावधानों पर जागरूकता, कार्यान्वयन एवं शिक्षकों को तैयार करने हेतु कई कदम उठाये हैं। निटर भोपाल ने वेबिनार, कार्यशाला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से हजारों शिक्षकों को इस हेतु प्रशिक्षित किया है। नेशनल एजुकेशन पालिसी 2020 के विभिन्न प्रावधानों के अंतर्गत मल्टीडिसप्लनरी एजुकेशन हेतु विभिन्न राष्ट्रीय शैक्षड़िक ,शोध संस्थान, इंडस्ट्रीज के साथ एम्ओयू साइन किये हैं। निटर भोपाल विभिन्न राज्यों के टेक्निकल इंस्टीटूशन का करिकुलम डिज़ाइन कर रहा है जो नेशनल एजुकेशन पालिसी केंद्रित एवं समरूप है। प्रत्येक कोर्स में इंडियन नॉलेज सिस्टम के कॉम्पोनेन्ट को शामिल किया गया है ।

निटर निदेशक प्रो सी सी त्रिपाठी ने बताया की कहा कि एनईपी-2020 में चुनौतियों की जगह अवसर ज्यादा हैं। निटर भोपाल ने हायर एजुकेशन इंस्टीटूशन्स में रोजगारयुक्त शिक्षा ,मल्टीडिसिप्लिनरी एजुकेशन, नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क , नेशनल हायर एजुकेशन फ्रेमवर्क ,नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क ,इंडस्ट्री में बिभिन्न प्रोग्राम की अनुकूलता, बोर्ड ऑफ़ अपरेंटिसशिप ट्रेनिंग का नया स्वरुप, हायर टेक्निकल इंस्टीटूशन्स की ऑटोनोमी, मातृभाषा में शिक्षा , नेशनल एजुकेशन पालिसी पर रिसर्च पेपर्स का पब्लिकेशन, आदि कई विषयों पर कई सेमिनार , परिचर्चा आयोजित की गयी हैं। निटर ने इस दिशा में जागरूकता हेतु विभिन्न सोशल मीडिया, राष्ट्रीय समाचार पत्रों, दूरदर्शन ,आकाशवाणी आदि माध्यम से प्रयास किये हैं। एनईपी आधारित विषयों जिनमे करिकुलम इन्नोवेशंस , व्यावसायिक शिक्षा, स्टार्टअप्स , एंटरप्रेन्योरशिप, अस्सेस्मेंट ऑफ़ आउटकम बेस्ड एजुकेशन, मल्टीडिसिप्लिनरी रिसर्च,प्रोजेक्ट मैनेजमेंट फॉर एनईपी इम्प्लीमेंटेशन आदि शामिल हैं पर ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किये जा रहे हैं। जिसमे देशभर के शिक्षकों को इस एजुकेशन पालिसी के क्रियान्वयन से सम्बंधित हर पहलु पर प्रशिक्षित किया जा सके।

ई दिल्ली में 29 एवं 30 जुलाई 2023 को नेशनल एजुकेशन पालिसी लागु होने के तीन वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर अखिल भारतीय शिक्षा समागम होने जा रहा है जिसमे देश भर के संस्थानों के डायरेक्टर्स, वाईस चांसलर्स भाग लेंगे जिसका उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस अवसर पर कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं को भी लांच किया जायेगा। निटर भोपाल के निदेशक प्रो सी सी त्रिपाठी एवं कुछ संकाय सदस्य इस समागम में भाग लेंगे एवं कुछ संस्थानों के साथ एमओयू भी साइन होंगे।

Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं