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महाकवि कालिदास जयंती 22 को, विद्वत संगोष्ठी आयोजित होगी, 39 वर्षों से जारी है परंपरा, सिर्फ उज्जैन में मनती है कालिदास जयंती


उज्जैन। महाकवि कालिदास जयंती विगत 39 वर्षों से सिर्फ उज्जैन में ही बनती है। इसी श्रृंखला में महाकवि कालिदास जयंती समारोह गुरुवार 22 जून 2023 को नदी दरवाजा स्थित श्री दशोरा समाज धर्मशाला में आयोजित किया गया है। उक्त जानकारी देते हुए आयोजकों ने बताया कि समारोह पूर्व मंत्री पारस जी जैन के आतिथ्य और महापौर मुकेश जी टटवाल की अध्यक्षता में संपन्न होगा। जिसमें कुलानुशासक डॉ शैलेन्द्र शर्मा, साहित्यकार डॉ देवेंद्र जोशी, डॉ संतोष पण्ड्या, डॉ शुभम शर्मा आदि विद्वान कालिदास के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालेंगे। कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि के रूप में अध्यक्ष मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी कल्याण समिति रमेश चंद्र शर्मा( राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त), पार्षद माया राजेश त्रिवेदी, रामेश्वर दुबे, प्रकाश शर्मा एमआईसी सदस्य आदि उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम के सूत्रधार डॉ देवेंद्र जोशी होंगे।

कालिदास जयंती उज्जैन के अलावा कहीं भी नहीं मनाने का कारण यह है कि जब किसी को कालिदास की जन्मतिथि के बारे में ही पता नहीं है तो जयंती मनाने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। लेकिन उज्जैन में विगत 39 वर्षों से कालिदास जयंती मनाने का आधार यह है कि उज्जैन के संस्कृत विद्वान और ज्योतिषाचार्य पं मोरेश्वर शास्त्री दीक्षित ने अपने गहन शोध और अनुसंधान के बाद यह दावा किया कि कालिदास का जन्म 22 जून को हुआ। इसी को आधार मानकर प्रतिवर्ष उज्जैन में 22 जून को कालिदास जयंती समारोह पूर्वक मनाई जाती है। जिसमें संस्कृत विद्वान, वेदपाठी बटुक आदि उपस्थित होकर कालिदास साहित्य पर चिन्तन मनन कर महाकवि को अपना जयंती प्रणाम अर्पित करते हैं। 

उक्त जानकारी पं रविन्द्र ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌, दीक्षित, उपेंद्र दीक्षित, अरविंद दीक्षित ने दी।

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