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सेवाधाम आश्रम जैसी संस्थाओं से जुड़ कर वृद्धजनों एवं निराश्रितों की सेवा कर अपने नैतिक मूल्यों को विकसित करें विद्यार्थी- कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय

अंकित सेवाधाम आश्रम में पहुंच कर वृद्धों और मानसिक रूप से पीड़ित बच्चों से चर्चा की कुलपति प्रो पांडेय ने 

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने उज्जैन के अंकित सेवाधाम आश्रम में दिनांक 2 मई को पहुंच कर वृद्धों और मानसिक रूप से पीड़ित बच्चों से चर्चा की। 

उज्जैन में अंकित ग्राम सेवाधाम आश्रम सभी जाति, पंथ, क्षेत्र, आयु और लिंग के बेघर, असहाय, अलग- अलग अक्षम, मानसिक रूप से अस्वस्थ और निराश्रित लोगों के लिए आजीवन आश्रय और पुनर्वास केंद्र है।

अंकितग्राम सेवाधाम आश्रम एक स्वैच्छिक संगठन है, जो विशेष रूप से जनता के समर्थन पर चल रहा है। सेवाधाम आश्रम द्वारा निराश्रितों की सेवा से प्रेरित हो कर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेशकुमार पांडेय प्रायः सेवाधाम आश्रम का अवलोकन करते  हैं। इसी शृंखला में दिनांक 2 मई को कुलपति जी ने सेवाधाम आश्रम पहुंच कर निराश्रित एवं वृद्ध जनों से चर्चा करते हुए उन्हें शारीरिक साफ-सफाई एवं स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने हेतु प्रेरित किया। आपने चर्चा के दौरान बताया कि समय-समय पर विभिन्न चैनलों में समाचार एवं संगीत का श्रवण करते हुए सकारात्मक ऊर्जा का संचार करें तथा आपस में प्रेमभाव बनाकर रखें। कुलपति जी ने विश्वविद्यालय की अध्ययनशालाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए उन्हें सेवाधाम आश्रम जैसे संस्थानों से जुड़ कर वृद्ध जनों एवं निराश्रित की सेवा करने हेतु प्रेरित किया और कहा कि इससे विद्यार्थियों के नैतिक मूल्यों का विकास होगा।

इस अवसर पर सेवाधाम के संचालक श्री सुधीर भाई गोयल ने माननीय कुलपति जी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर प्रशांत पुराणिक एवं कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि विक्रम विश्वविद्यालय सदैव पीड़ित मानवता की सेवा और परोपकार के कार्य में संलग रहा है और विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को भी इस प्रकार के कार्य के लिए प्रेरित किया जाता है।

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