इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि यह एक ज्ञात सत्य है कि यदि विद्यार्थी याद किए हुए पाठ को चौबीस घंटे में एक बार पुनः स्मरण न करे तो याद किए पाठ का केवल तेरह प्रतिशत ही स्मरण रख पाएंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से अपनी एकाग्रता बढ़ाने के लिए नियमित रूप से ध्यान लगाने की सलाह दी।
इस अवसर पर प्रो वर्मा, कुलपति प्रो पांडेय जी, प्रोफ़ेसर सद्गुरु प्रकाश, विभागाध्यक्ष एवं विभाग के शिक्षकों और कर्मचारियों द्वारा विभाग में पौधारोपण किया गया।
इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो प्रशांत पुराणिक एवं कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन विद्यार्थियों के लिए हितकारी है। इस अवसर पर उपस्थित प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष डॉ सलिल सिंह एवं विभाग के शिक्षकगण एवं कर्मचारीगण ने प्रो वर्मा को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर प्रोफेसर वर्मा के साथ बलरामपुर महाविद्यालय के डॉ सदगुरु प्रकाश भी उपस्थित थे।
Comments