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खुशहाल महिला खुशहाल परिवार

ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के शिव दर्शन धाम में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया

उज्जैन। ऋषिनगर स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के शिव दर्शन धाम में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसका विषय "खुशहाल महिला खुशहाल परिवार" इस कार्यक्रम में उज्जैन शहर जानी मानी नारी शक्ति शामिल हुई उषा सोडाणी (माहेश्वरी समाज के अध्यक्ष ), डॉक्टर प्रोफेसर अरुणा सेठी (सम्राट विक्रमादित्य शासकीय विधि विश्वविद्यालय के प्राचार्य), डॉ रश्मि शर्मा ( नेत्र रोग विशेषज्ञ ),रुचिका मिश्रा (आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में फिजियोथैरेपिस्ट प्रोफेसर) डॉक्टर स्नेहल देशमुख (देशमुख हॉस्पिटल के डायरेक्टर स्त्री रोग विशेषज्ञ), ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी एवं राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी उषा दीदी जी शामिल हुए।


कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर तथा नारी शक्ति के सम्मान से किया गया और साथ ही साथ कुमारी शानवी ने नारी शक्ति को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। राजयोगिनी उषा दीदी जी ने बताया कि खुशहाल महिला होगी तब ही खुशहाल परिवार संभव है ।जीवन में परिस्थितियां बातें तो हमेशा ही आएंगे ।लेकिन खुशी जो मेरी अपनी निजी प्रॉपर्टी है उससे कभी नहीं छोड़ना है क्योंकि खुशी नारी शक्ति का स्वास है ,प्राण चले जाए पर खुशी न जाए ।अगर खुश रहना चाहते हैं तो सर्वप्रथम उसके लिए बीती बातों को सोचना कम करना होगा ।साथ ही नारी शक्ति को अपने दृढ़ प्रतिज्ञा भी कराई जैसे मैं सुनी सुनाई बातों पर विश्वास नहीं करूंगी। व्यंग्यात्मक भाषा का प्रयोग नहीं करूंगी। सबके प्रति सम्मान और स्नेह का भाव रखूंगी आदि आदि।


उषा सोडाणी ने बताया कि महिलाओं को सरकारी कानून ने व ईश्वर ने बहुत अधिकार दिए हैं लेकिन उन अधिकारों के साथ-साथ हमें अपने कर्तव्यों को नहीं भूलना चाहिए ,महिलाएं अपने कर्तव्य का पालन भी करती हैं परंतु हर एक को भी महिला का सम्मान करना चाहिए।
डॉ अरुणा सेठी जी ने बताया कि सम्मान के लिए नारी कभी काम करती ही नहीं है उसे कभी अपेक्षा की चाह नहीं नारी अबला नहीं सबला बन गई है ,महिला खुशहाल होती है तब जब परिवार खुश हो महिलाएं ऐसी मशीनरी है जो निरंतर चलती रहती है कभी थकती नहीं । साथिया अपने अनुभव भी शेयर किया की मुझे ब्रह्माकुमारी में आकर आत्मा शांति की प्राप्ति हुई है।

डॉ रश्मि शर्मा नारी शक्ति इतनी सारी जिम्मेदारियां बखूबी निभा रही हैं चाहे वह घर हो या बाहर दफ्तर हो या बिजनेस लेकिन अपना फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर ध्यान नहीं दे पाती हैं ।अगर फिजिकल और मेंटल हेल्थ ठीक हो जाए तभी महिला खुशहाल होने के साथ-साथ परिवार को भी खुशहाल रख सकती है ।महिलाएं तनाव झेलने की शक्ति को ओवर कम कर दे तो फिजिकल हेल्थ के साथ-साथ मेंटल हेल्थ ठीक रहेगा 90% बीमारियों का कारण सिर्फ तनाव साइकोलॉजिस्ट है।
रुचि मिश्रा ने बताया कि नारी केवल परिवार की ,धुरी नहीं अपितु नारी अपने आप में एक ब्रह्मांड जो सब कुछ करने का सामर्थ्य रखती है।

स्नेहल देशमुख जी ने कहा कि एक महिला है जो बच्चे को जन्म देकर आगे की पूरी जिंदगी चाहे बच्चा कितना भी बड़ा क्यों ना हो जाए लेकिन उसकी गलतियों को माफ कर स्वीकार करती है ऐसी नारी को शत-शत नमन ।नारी मैं पैदाइश से ही अद्भुत शक्ति होता है नारी हर समस्याओं को चीर केआगे निकल सकती है।


ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी जी ने बताया कि अगर एक महिला शिक्षित होती है तो पूरे परिवार को शिक्षक कर देती है ।नारी सिर्फ एक परिवार का ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व का कल्याण कर सकती है संसार में चाहे कोई कितना भी विद्वान है पंडित है लेकिन फिर भी पूजा तो नारी शक्ति सरस्वती की ही करते हैं ।चाहे कोई कितना भी कमाले चाहे कितना भी धनवान हो लेकिन भक्ति तो मां लक्ष्मी की ही करते हैं ।साथी ही राजयोग अनुभूति के माध्यम से नारी शक्ति को जागृत कराया।

ब्रम्हाकुमारी निरुपमा बहन ने कुशल संचालन किया। इस कार्यक्रम से अनेक नारी शक्ति ऊर्जावान और लाभान्वित हुए। यह कार्यक्रम ब्रम्हाकुमारी उषा दीदी जी के निर्देशन में सफल रहा।

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