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इंटीरियर डिज़ाइनिंग एक कला और विज्ञान

काशवी जैन, इंटीरियर डिज़ाइनर

इंटीरियर डिज़ाइनिंग एक कला और विज्ञान है जो किसी स्थान के इंटीरियर को और अधिक सौंदर्यपूर्ण रुप से कार्यात्मक वातावरण बनाता है। चाहे आप घर, कार्यालय, होटल या रेस्टोरेंट डिजाईन कर रहे हो, इंटीरियर डिजाईनर एक ऐसी जगह बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो सुंदर और व्यावहारिक दोनों हो ।

इंटीरियर डिज़ाइनिंग सिर्फ सही रंग पैलेट या सही फर्निचर के सिलेक्शन करने के बारे में नही है । यह एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें सावधानीपूर्वक योजना, समन्वय और विस्तार पर ध्यान देना शामिल है । एक अच्छे इंटीरियर डिज़ाइनर को क्लाइंट की जरूरतों और प्राथमिकताओं के साथ-साथ जगह की कमी जेसे आकर और लेआउट को समझाना चाहिए ।

इंटीरियर डिज़ाइनिंग के प्रमुख तत्वों में से एक स्पेस प्लानिंग है। इसमें स्पेस का उपयोग करने का सबसे अच्छा तरीका निर्धारित करने के लिए स्पेस का विश्लेषण करना शामिल है । इसमें एक ऐसा लेआउट बनाना भी शामिल है जो कार्यात्मक और सौंदर्य दोनों तरह से मनभावन हो । उदाहरण के लिए, एक बैठक कक्ष का लेआउट आरामदायक और बातचीत के लिए अनुकूल होना चाहिए, जबकि एक रसोई का लेआउट कुशल होना चाहिए और कार्यात्मक होना चाहिए ।

रंग भी इंटीरियर डिज़ाइनिंग का एक अनिवार्य पहलु है । रंग कमरे का मूड सेट कर सकते है, गर्मी या ठंडक की भावना पैदा कर सकते है और यहा तक की हमारी भावनाओं को भी प्रभावित कर सकते है । एक स्पेस के लिए रंग पैलेट के चयन करते समय एक इंटीरियर डिज़ाइनर को न केवल ग्राहक की वरीयताओं बल्कि रंग के मनोवैज्ञानिक प्रभावों पर भी विचार करना चाहिए ।

फर्नीचर का चयन और व्यवस्था इंटीरियर डिजाईन का एक अन्य महत्वपूर्ण अंग है । सही फर्नीचर, स्पेस को बड़ा या छोटा दिखा सकता है, आराम या ओपचारिकता की भावना पैदा कर सकता है ।

सीलिंग डिजाईन एक महत्वपूर्ण तत्व है । सही लाइट व्यवस्था कमरे के मूड को बड़ा सकती है, विशेषताओं को उजागर कर सकती है, और यहां तक कि जगह को बड़ा या छोटा भी बना सकती है । एक स्पेस के इंटीरियर डिज़ाइनर को प्राक्रतिक और क्रत्रिम दोनों प्रकाश स्त्रोतौं पर विचार करना चाहिए । 
यही सब  इंटीरियर डिज़ाइनिंग के अंग आपके घर को सुंदर और कार्यात्मक बनाते हैं। 

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