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उच्च स्तर के शोध पत्र लिखना सीखें विद्यार्थी – कुलपति प्रो पांडेय

 कुलपति प्रो पांडेय ने प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के पुस्तकालय को पुस्तकें एवं शोध पत्रिकाएँ अर्पित की

उज्जैन। प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विद्यार्थियों के अध्ययन एवं शोध के लिए विभागीय पुस्तकालय में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय द्वारा अनेक पुस्तकें एवं शोध पत्रिकाएं अर्पित की गईं। आयोजन में कार्यपरिषद सदस्य श्री संजय नाहर विशेष रूप से उपस्थित थे।

प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए विभागीय पुस्तकालय में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय द्वारा अनेक पुस्तकें एवं शोध पत्रिकाएं दान किये गए। उपरोक्त पुस्तकें जैवप्रौद्योगिकी के साथ-साथ जीव विज्ञान के संकाय के विभिन्न क्षेत्रो में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए उपयोगी होंगी। विभाग को पुस्तकें अर्पित करते हुए कुलपति प्रो पांडेय ने कहा कि विद्यार्थी उच्च स्तर के शोध पत्र लिखना सीखें। इसके लिए आवश्यक है कि वे अधिक से अधिक शोध पत्रिकाओं का अध्ययन करें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस बदलते हुए समय में जहाँ इंटरनेट से पढ़ाई का प्रचलन है, वहाँ भी  पुस्तकों का अपना महत्त्व है। पुस्तकों से अध्ययन का कोई दूसरा विकल्प नहीं हो सकता है। 

प्राणिकी एवं जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष डॉ सलिल सिंह ने बताया कि कुलपति जी द्वारा विद्यार्थियों के अध्ययन हेतु दी गई पुस्तकें विद्यार्थियों के भविष्य के लिए उपयोगी होंगी। इस अवसर पर विभाग के शिक्षकगण उपस्थित थे। 

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर प्रशांत पुराणिक ने कहा कि कुलपति जी की यह पहल नई पीढ़ी के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि  कुलपति जी सदैव विद्यार्थी हित एवं छात्र कल्याण के लिए तत्पर रहते हैं। इस अवसर पर विभाग के शिक्षकगण डॉ अरविन्द शुक्ल, डॉ संतोष कुमार ठाकुर, डॉ शिवी भसीन, डॉ स्मिता सोलंकी, डॉ गरिमा शर्मा, डॉ शीतल चौहान एवं डॉ पूर्णिमा त्रिपाठी उपस्थित थे।

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