विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कैंपस ड्राइव 2023 में 170 से अधिक विद्यार्थियों को मिले जॉब अवसर
ऐसा कोई क्षेत्र नहीं, जहाँ करियर के श्रेष्ठ अवसर न हों – प्रो शर्मा
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा कैंपस ड्राइव 2023 का सफल आयोजन दिनांक 15 फरवरी 2023 को प्राणिकी एवं जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशाला में किया गया, जिसमें 15 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया। इस कैम्पस ड्राइव में विभिन्न विषयों से जुड़े 460 से अधिक वर्तमान एवं पूर्व विद्यार्थियों ने पंजीयन करवाया। उनमें से 170 से अधिक विद्यार्थियों का चयन विभिन्न कम्पनियों में हुआ।
प्रातः काल 11 बजे प्रारम्भ हुए इस महत्त्वपूर्ण आयोजन में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने ऑनलाइन मोड से जुड़ कर विद्यार्थियों को आशीर्वचन प्रदान किया। विक्रम विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रो शैलेन्द्र कुमार शर्मा, कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक एवं कार्यपरिषद सदस्य श्री संजय नाहर, डीएसडब्ल्यू डॉ एस के मिश्रा एवं विभागाध्यक्ष डॉ सलिल सिंह ने वाग्देवी के चित्र के समक्ष दीपदीपन कर आयोजन की शुरुआत की।
अपने वक्तव्य में प्रभारी कुलपति प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने कहा कि वर्तमान परिवेश में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहाँ करियर के लिए श्रेष्ठ अवसर न हों। आवश्यक है कि विद्यार्थी अपने क्षेत्र की जरूरतों के अनुरूप अपनी प्रतिभा और कौशल को विकसित करें। नए दौर में सभी कार्यक्षेत्रों में नित नई चुनौतियां और संभावनाएं बढ़ रही हैं, उनके बीच अपने को निखारने और आजमाने के लिए तत्पर होना जरूरी है। विक्रम विश्वविद्यालय सदैव छात्र हित के कार्यों को करने में अग्रणी रहा है एवं विगत लग्गभ डेढ़ वर्ष में यह विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित छठा रोजगार मेला है। इन रोजगार मेलों से विश्वविद्यालय लगभग 2500 से अधिक विद्यार्थियों को रोजगार दिलाने में सफल रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलसचिव प्रोफेसर प्रशांत पुराणिक ने अपने उद्बोधन में बताया कि विश्वविद्यालय रोजगार के प्रयासों को लेकर सदृढ़ एवं सजग है। विश्वविद्यालय द्वारा जल्द ही हर विभाग में एक प्लेसमेंट समन्वयक बनाया जायेगा, जो विभाग के प्लेसमेंट सेल को संचालित करेगा।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यपरिषद के सदस्य श्री संजय नाहर उपस्थित थे, जिन्होंने अपने वक्तव्य में विद्यार्थियों से ऐसे रोजगार मेलो में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की।
विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कैंपस ड्राइव 2023 दिनांक 15 फरवरी 2023 को प्राणिकी एवं जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशाला में देर शाम संपन्न हुआ, जिसमें 15 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया। कैंपस ड्राइव में 15 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया, जिनमें से प्रमुख रोजगार इंडिया, दैनिक भास्कर, श्री जी पॉलीमर, कटारिया ग्रुप, बजाज कैपिटल, गुरु सांदीपनि महाविद्यालय, महाकाल मोटर्स, इ वे सलूशन, एम आर सॉफ्टवेयर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, विजय मंत्रा आदि शामिल थे। कार्यक्रम के उद्घाटन में दैनिक भास्कर की प्रमुख एच आर सुश्री अदिति धनोतिया, इंदौर ने विद्यार्थियों को सम्प्रेषण कौशल, कंटेंट राइटिंग, व्यक्तित्व विकास एवं साक्षात्कार से सम्बंधित व्याख्यान दिया। रोजगार इंडिया के श्री नीलेश सोनी द्वारा विद्यार्थियों को साक्षात्कार की तैयारी और स्वयं को प्रस्तुत करने की विधियों पर व्याख्यान दिया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में छात्र कल्याण विभाग के संकायाध्यक्ष डॉ एस के मिश्रा ने स्वागत भाषण दिया।
कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ अरविन्द शुक्ल, डॉ शिवि भसीन एवं डॉ टीना यादव ने बताया कि केंपस ड्राइव में पन्द्रह से अधिक कंपनियों में विभिन्न पदों के लिए 460 से अधिक विद्यार्थियों ने पंजीयन करवाया और 170 से अधिक विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए। यह प्रथम अवसर था कि जब रोजगार मेले में कुछ ऐसी कंपनियों का आगमन हुआ था, जिन्हें अंग्रेजी विषय में स्नातक और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों अथवा अच्छी अंग्रेजी जानने वालों की आवश्यकता थी, इसी प्रकार कंटेंट लेखन और मास मीडिया से जुड़े जॉब अवसर भी इस केंपस ड्राइव में प्राप्त हुए। नए जॉब अवसरों से रोजगार मेले का उद्देश्य सफलतापूर्वक सिद्ध हुआ।
कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ सलिल सिंह, डॉ धर्मेंद्र मेहता, डॉ डी. डी. बेदिया, डॉ निश्छल यादव, डॉ राज बोरिया, डॉ ब्रह्मदत्त शुक्ल, इंजीनियर कंचन थूल, इंजीनियर मोहित प्रजापति, डॉ संतोष कुमार ठाकुर, डॉ स्मिता सोलंकी, डॉ गरिमा शर्मा, डॉ जगदीश शर्मा, डॉ राजेश पंड्या, डॉ नेहा माथुर, डॉ शीतल चौहान, डॉ पूर्णिमा त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी, शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन बी एससी (ऑनर्स) बायोटेक्नोलॉजी की छात्राओं कुमारी तनुष्का गोस्वामी और कुमारी पलक विश्वकर्मा ने किया। आभार प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष डॉ सलिल सिंह ने माना।
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