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कुलपति प्रो पांडेय ने विद्यार्थियों को बैक्टीरिया कल्चर तकनीक से अवगत कराया

कुलपति ने प्राणिकी एवं जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशाला विद्यार्थियों को बैक्टीरिया कल्चर तकनीकी से अवगत कराया


उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय औचक निरीक्षण पर प्राणिकी एवं जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशाला पहुंचे, जहाँ पर उन्होंने बी एससी (ऑनर्स) बायोटेक्नोलॉजी प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को बैक्टीरिया आइसोलेशन, कल्चर एवं बैक्टीरिया आइडेंटिफिकेशन तकनीक की विस्तृत जानकारी प्रदान की। विद्यार्थियों को अध्यापन करते हुए बैक्टीरिया कल्चर एवं आइडेंटिफिकेशन में महत्वपूर्ण सावधानियों की विस्तृत चर्चा करते हुए बैक्टीरियल सेल वाल की पहचान हेतु माइक्रोस्कोप का प्रयोग करते हुए विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण प्रशिक्षण दिया। भविष्य में कुलपति जी ने इसी प्रकार फंगी आइडेंटिफिकेशन, कल्चर एवं आइडेंटिफिकेशन की अगली कक्षा लेने का आश्वासन दिया।

प्राणिकी एवं जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष डॉ सलिल सिंह ने बताया कि कुलपति जी द्वारा प्रायोगिक कार्य के गूढ़ रहस्य बताये जाने पर विद्यार्थियों में संतुष्टि के भाव हैं। प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के शिक्षक डॉ अरविन्द शुक्ल, डॉ शिवि भसीन एवं डॉ गरिमा शर्मा ने बताया कि कुलपति जी एक जाने-माने सूक्ष्म विज्ञानी हैं। अतः उनके सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक अध्यापन से विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।

कुलपति जी कि इस पहल के लिए विक्रम विश्विद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर प्रशांत पुराणिक एवं कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने बधाई देते उनसे इसी प्रकार की गतिविधियों की निरंतरता बनाये रखने की अनुरोध किया, जिससे अधिक से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हो सकेंगे।

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