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जनमन की एक ही आवाज, राहुल गांधी संघर्ष शील योद्धा - भूमिपूत्र पवनघुवारा

भूमि पुत्र पवनघुवारा जिन्होंने बुन्देलखण्ड विशेष पैकेज पर लगातार एक लम्बा संघर्ष किया है। वह म.प्र. यात्री बनकर भारत जोडो यात्रा में कुछ दुरी तक साथ चल रहे थे। कुछ तथ्य लोगों की जुबानी से भारत जोड़ो यात्रा में निकल कर सामने आ रहे है जो प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से पवनघुवारा ने बताते हुए कहा कि, संघर्ष शील योद्धा, राहुल गांधी एक ऐसे नेता के तौर पर उभर रहे हैं जो दार्शनिक राजा की परिभाषा पर खरा उतरता है। इतिहास में उनका नाम मोदी के बाद नहीं, नेहरू के बाद लिखा जाएगा। 

गांव वाले इस बात को बहुत जोर देकर पूछते हैं कि, क्या राहुल गांधी वाकई पैदल चल रहे हैं ? क्या पैदल चलने की पुष्टि होने के बाद उनके मन में राहुल जी का सम्मान कई गुना बढ़ जाता है?

कांग्रेस का आईडी कार्ड लगाकर शहर में जाने वाले लोगों को आम जन और भी सम्मान की निगाह से देख रहे हैं। यात्रा कांग्रेस ने शुरू की थी, लेकिन अब यह जनता की यात्रा बन गई है और बड़े पैमाने पर इसमें नौजवान और आम जनता भी शामिल हैं और सबसे महत्वपूर्ण बात जो राहुल गांधी जी के बारे में भाजपा ने दुष्प्रचार करके और करोड़ों रुपया खर्च करके उनकी छवि धूमिल कर जनता को गुमराह करने की जो कोशिश की थी वो इस यात्रा से बदल चुकी है और सब सच जनता की आखों के सामने है, जनता के सामने भाजपा के चेहरा से नकाब उतर गया है । 

भूमि पुत्र पवनघुवारा ने कहा कि, जनमन की एक ही आवाज राहुल गांधी संघर्ष शील योद्धा है, भारत जोड़ो यात्रा इवेंट नहीं...मूवमेंट है... तपना पड़ता है... खुद को कसना पड़ता है... अधर्म के खिलाफ धर्म और अन्याय के खिलाफ न्याय की लड़ाई के लिए..! 

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