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विक्रम विश्वविद्यालय के प्राध्यापक प्रजापति को मिली 2 पेटेंट में सफलता


उज्जैन विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पाण्डेय और एस ओ ई टी - स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉ डी. डी. बेदिया के मार्गदर्शन में स्कूल ऑफ इंजिनियरिंग एण्ड टेक्नोलाजी संस्थान के प्राध्यापक मोहित कुमार प्रजापति ने अन्य विश्वविद्यालय के शिक्षको के साथ मिलकर संयुक्त रूप से दो शोध का प्रकाशन इंडियन पेटेंट जनरल में किया । प्रथम शोध में यूएस में बनी सेल्फ मेटिंग बिम को नये प्रारूप में विकसित कर नवीन संरचना का अविष्कार किया, जिसे देश विदेश से ग्राडिंग मिलना भी शुरू हो गया है। यह तकनीक यूएस के पास थी, अब नवीन प्रारूप में बिम डिजाईन आने के बाद इंडिया में भी यह तकनीक प्राप्त हो सकेगी। द्वितीय शोध में रीइन्फोर्स सीमेंट एवं कंक्रीट स्ट्रक्चर की मजबूती को बनाए रखने के लिए एक सटिक वॉटर और सीमॆंट का अनुपात निकाला, जिससे कार्बनेशन कम हो और मजबूती बनी रहे, चुकी हम जानते हैं कि तराई कम करने से कार्बनिशन बढ़ता है। तो हमें गहराई भी बढ़ानी पढ़ती है, अगर वाटर, सीमेंट बढ़ेगा तो करेक्टरस्टिक स्ट्रेन्थ कांकी्ट की कम हो जाती है, साथ ही कार्बोनेशन का बढना मतलब क्रॉससेकशन भी बढ़ाना पड़ता है। तराई कम करने में वोईड और छिद्र बढ़ेंगे, जिससे कार्बनेशन बढ़ेगा जिससे मजबूती कम होगी। अतः वॉटर व सीमेंट का सटिक अनुपात निकालकर स्ट्रक्चर की मजबूती को बनाए रखा। इससे पहले भी कंट्रक्शन लागत कम करने पर शोध कर निर्माण लागत 10 से 15 प्रतिशत कम करने का कारनामा एवं भूकंप प्रतिरोधी स्ट्रक्चर के लिए भी पेटेंट प्रजापति द्वारा विश्वविद्यालय के मार्गदर्शन में प्राप्त किया गया है।
विभाग की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय, कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक, कुलानुशासक प्रौ शैलेन्द्र कुमार शर्मा, निदेशक डॉ डी.डी.बेदिया व संस्थान के समस्त शिक्षकों, अधिकारियों द्वारा बधाई और शुभकामनाए दी गई।

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