उज्जैन। एआईसीटीई मान्यता प्राप्त स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में बी. टेक. प्रथम वर्ष, बी. टेक. द्वितीय वर्ष लेटरल एंट्री, सिविल इंजीनियरिंग, मेकैनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कंप्यूटर्स साइंस इंजीनियरिंग, एम. टेक. स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग, थर्मल इंजिनीयरिंग, पॉवर सिस्टम एंड ऑटोमेशन, डिजिटल कम्युनिकेशन, आई. ओ. टी एन्ड सेंसर सिस्टम, पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए सीएलसी राउंड के अंतर्गत पंजीयन 24 से 30 नवंबर तक होगा। इसके लिए https://dte.mponline.gov.in पर पंजीयन किया जा सकता है।
डॉ संदीप तिवारी, निदेशक, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एन्ड टेक्नोलॉजी संस्थान (एस.ओ.ई.टी. डिपार्टमेंट), विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन ने बताया कि कक्षा 10वीं, 12वीं की मूल अंकसूचियों, बी. टेक./बी. ई. की समस्त अंकसूचियों सहित, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, मूल-निवासी प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, टी. सी., माइग्रेशन सभी आवश्यक मूल दस्तावेजों सहित दो पासपोर्ट साइज फोटोज, सभी दस्तावेजों के दो फोटोकॉपी सेट्स सहित 26 नवम्बर से प्रात:11 से दोपहर 5 बजे तक स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एन्ड टेक्नोलॉजी संस्थान (एस.ओ.ई.टी. डिपार्टमेंट) में अपनी अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित करें। विस्तृत जानकारी हेतु एवं सहायता हेतु मो. नं. 9993741159, 7222926136 पर संपर्क कर सकते है।
संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं...
Comments