माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा महाकाल लोक के उद्घाटन के उपलक्ष्य में विक्रम विश्वविद्यालय के प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला द्वारा सुन्दर कांड, शक्ति उपासना एवं गरबे का आयोजन
उज्जैन । देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के 11 अक्टूबर को उज्जैन आगमन एवं महाकाल लोक के उद्घाटन के उपलक्ष्य में विक्रम विश्वविद्यालय के प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला द्वारा देवी आराधना, सुन्दर कांड एवं गरबा का आयोजन किया गया। 11 अक्टूबर को उज्जैन शहर में माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का आगमन होने जा रहा है। माननीय प्रधान मंत्री जी द्वारा महाकाल लोक का उद्घाटन किया जायेगा। इस उपलक्ष्य में पूरा शहर सजाया एवं निखारा जा रहा है। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व में शिव, भारतीय वैज्ञानिक दृष्टिकोण और भगवान शिव चरित, भारतीय भाषा, कला और साहित्य में शिव तत्त्व आदि पर संगोष्ठियों का आयोजन 6 से 9 अक्टूबर के मध्य किया जाएगा। इससे पूर्व विक्रम विश्वविद्यालय की प्राणिकी एवं जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशाला द्वारा सुंदर कांड पाठ एवं शक्ति उपासना की गई। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री जी के आगमन से पूरे विश्वविद्यालय में हर्ष और उल्लास का वातावरण है। महाकाल लोक के उद्घाटन के अवसर पर पूरा विश्वविद्यालय भक्तिमय रंग में रंगा हुआ है। इस हर्ष एवं उत्साह को व्यक्त करने के लिए विश्वविद्यालय अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, जिसकी शुरुआत आज प्राणिकी एवं जैव जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशाला द्वारा सुंदर कांड, शक्ति उपासना और गरबे के आयोजन से की गयी।
इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक ने बताया कि विश्वविद्यालय ऐसे भक्तिमय और आस्थापूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन लगातार करता रहता है और माननीय प्रधानमंत्री जी के आगमन पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करने के लिए विश्वविद्यालय ऐसे कई कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
प्राणिकी एवं जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष डॉ सलिल सिंह ने बताया कि विभाग समय-समय पर सांस्कृतिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है, ताकि छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सके। विभाग के शिक्षक डॉ अरविन्द शुक्ल, डॉ संतोष कुमार ठाकुर, डॉ शिवि भसीन, डॉ स्मिता सोलंकी एवं डॉ गरिमा शर्मा ने बताया कि छात्र इस कार्यक्रम को लेकर बहुत उत्साहित देखे गए। उन्होंने इस अवसर पर माँ भवानी के चरणों में अनूठी गरबा नृत्य प्रस्तुतियाँ भी अर्पित की।
इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने विभाग की इस पहल पर उन्हें स्वस्तिकामनाएँ प्रेषित कीं। इस आयोजन पर प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला में विभाग एवं विश्वविद्यालय के कई शिक्षकगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे, जिनके सहयोग से यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो पाया।
Comments