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नैक पीयर टीम ने विक्रम विश्वविद्यालय के निरीक्षण के बाद एक्जिट मीटिंग में सौंपी कुलपति प्रो पांडेय को गोपनीय रिपोर्ट

नैक द्वारा मूल्यांकन एवं प्रत्यायन के लिए हुआ तीन दिवसीय निरीक्षण का समापन 

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में पांच सदस्यीय नैक पीयर टीम द्वारा मूल्यांकन एवं प्रत्यायन के लिए किए गए तीन दिवसीय निरीक्षण का समापन हुआ। नैक समूह ने दिनांक 13 से 15 अक्टूबर तक निरीक्षण के बाद अंतिम दिन की संध्या को शलाका दीर्घा सभागार में हुई एक्जिट मीटिंग में कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय को गोपनीय रिपोर्ट सौंपी। नैक - राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद का मुख्यालय बेंगलुरु में है, जो देश भर के मान्यता प्राप्त उच्च शिक्षा संस्थानों को विगत पांच वर्षों के शिक्षण, अनुसंधान, शैक्षणिकेतर आदि सभी क्षेत्रों में किए गए प्रदर्शन के आधार पर ग्रेड प्रदान करता है। विक्रम विश्वविद्यालय में नैक पीयर समूह द्वारा किए गए तीन दिवसीय निरीक्षण के दौरान विश्वविद्यालय की विभिन्न अध्ययनशालाओं, संस्थानों, परीक्षा, गोपनीय, लेखा आदि प्रशासकीय कार्यालयों, एनसीसी, एनएसएस, गोद ग्राम, हॉस्टल, पुरातत्व एवं पांडुलिपि संग्रहालय, पुरातात्विक उत्खनन स्थल, विक्रम तीर्थ सरोवर, संजीवनी वृन्द, स्वास्थ्य केंद्र, खेल सुविधाओं, लायब्रेरी, गेस्ट हाउस आदि का सम्यक् निरीक्षण किया। नैक द्वारा गठित समूह द्वारा विश्वविद्यालय के कुलपति, कार्यपरिषद सदस्यों, आइक्यूएसी निदेशक एवं सदस्यों,  संकायाध्यक्षों, पूर्व विद्यार्थियों, अभिभावकों, अध्ययनरत विद्यार्थियों, कर्मचारियों आदि के साथ महत्त्वपूर्ण संवाद किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अवलोकन भी किया।

निरीक्षण के समापन अवसर पर नैक पीयर टीम के अध्यक्ष एवं सदस्यों द्वारा विश्वविद्यालय के सभी पहलुओं को लेकर संतोष व्यक्त किया गया। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के सभी लोगों की स्पिरिट बहुत अच्छी है। उज्जैन भारत की सर्वाधिक पुरातन शिक्षाभूमि है। इस देश का ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो उज्जैन को नहीं जानता है। विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन प्रस्तुत की गई एसएसआर के आधार पर संख्यात्मक प्रतिमानों का मूल्यांकन पहले हो चुका है। नैक पीयर टीम द्वारा गुणात्मक प्रतिमानों का आकलन किया गया। उन्होंने विश्वविद्यालय की प्रगति को महत्त्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इसकी पुरातन विरासत को आगे बढ़ाते हुए विश्वविद्यालय निरंतर विकास करेगा।

इस अवसर पर कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा कि बदलते हुए परिवेश के अनुरूप विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा सभी क्षेत्रों में निरंतर महत्त्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। नवीन पाठ्यक्रमों को प्रारम्भ करने के साथ पाठ्यचर्या निर्माण और विकास, शिक्षण, मूल्यांकन, नवाचार, अनुसंधान और विस्तार, अधोसंरचनागत विकास, शिक्षण संसाधन, छात्र सहायता, प्रशासन और प्रबंधन आदि सभी में यह विश्वविद्यालय अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

बैठक के प्रारम्भ में कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक, आई क्यू ए सी के चेयरमैन प्रो पी के वर्मा एवं नैक नोडल प्रभारी प्रो उमा शर्मा, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा आदि ने पांच सदस्यीय नैक पीयर टीम का स्वागत किया। बैठक में विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

बैठक का संचालन कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने किया एवं आभार प्रदर्शन आई क्यू ए सी के चेयरमैन प्रो पी के वर्मा ने किया।

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