प्लेसमेंट के कारण कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सी. यू. ई. टी.) में भी विक्रम विश्वविद्यालय बन रहा है छात्रों की पहली पसंद
विक्रम विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के प्लेसमेंट का बढ़ता हुआ ग्राफ |
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि विभागों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार सत्र 2018-2019 में जहाँ 22% छात्रों को रोजगार प्राप्त हुआ था, वह सत्र 2020-2021 में बढ़कर 37% हो गया और सत्र 2022-2023 में यही आंकड़ा 94% से ऊपर पहुंच गया है । उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय अलग-अलग माध्यमों से छात्रों को रोजगार दिलाने के सतत प्रयास करता रहता है, और यहीं कारण है कि इस वर्ष सी. यू. ई. टी. परीक्षा में भी विक्रम विश्वविद्यालय छात्रों की पहली पसंद के रूप में उभरा है।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक के अनुसार विश्वविद्यालय प्रति वर्ष समय-समय रोजगार मेले लगाने के लिए संकल्पित है, जिसमें शहर से ले कर सम्पूर्ण भारत की कम्पनियाँ भाग ले सकती हैं। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय का प्रयास अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध करने का है। इसके लिए विक्रम विश्वविद्यालय पूर्णतः संकल्पित है।
विक्रम विश्वविद्यालय के रोजगार मेलों के आयोजक एवं सह-आयोजक सचिव डॉ अरविन्द शुक्ल, डॉ शिवि भसीन, इंजीनियर अंजलि उपाध्याय, डॉ ब्रह्मदत्त शुक्ल, इंजीनियर कंचन थूल, इंजीनियर शिवम् शर्मा एवं इंजीनियर मोहित प्रजापति ने बताया कि रोजगार मेलों के माध्यम से छात्रों का कई बड़ी कंपनी जैसे टी. सी. एस., इन्फिनिटी सोलूशन्स, ब्रिलिसेंस, एफ्लुएंट, रूचि सोया, हाइपरबीन्स, इनोवा ट्रांसक्रिप्ट, ग्रेसिम, चौकसे लेबोरेटरी, इप्का लेबोरेटरी, सिमबायोटेक फार्मा, सनफार्मा आदि में चयन हुआ है। विश्वविद्यालय आगे भी छात्रों को करियर मार्गदर्शन कार्यक्रमों एवं मेगा जॉब फेयर के माध्यम से रोजगार, स्वरोजगार एवं कौशल संवर्धन के अवसर प्रदान करता रहेगा।
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