उज्जैन | स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और स्कूल ऑफ स्टडीज इन जूलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के संयुक्त प्रयास से दिनांक 23 सितम्बर 2022 को राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। विक्रम विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ स्टडीज इन जूलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी एवं स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के संयुक्त प्रयास से दिनांक 23 सितम्बर को फ़ूड सेफ्टी व हाइजीन मैनजमेंट पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता व विशेषज्ञ डायटीशियन मेघा चंदेल थी। विशेषज्ञ चंदेल द्वारा विद्यार्थियों के मध्य पोषण आहार और निबलिंग मिल्स की जानकारी दी गयी। सुश्री चन्देल द्वारा प्रतिभागियों को कम समय साधनों में तैयार होने वाले पौष्टिक आहार बनवाये गए।
कार्यशाला की अध्यक्षता कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय द्वारा की गई। कुलपति ने अध्यक्षीय उद्बोधन में भोजन की आदतों, दिनचर्या में सुधार और क्षेत्रीय आहार के फायदे के बारे में विद्यार्थियों को बताया।
डॉ संदीप तिवारी द्वारा स्वागत भाषण और कार्यक्रम की पीठिका प्रस्तुत की गई। आयोजक डॉ सलिल सिंह एवं डॉ संदीप तिवारी ने बताया कि किस तरह खाद्य पदार्थो के सेवन का तरीका हमारे स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है।
कार्यक्रम का समन्वयन डॉ अरविंद शुक्ला, डॉ शिवि भसीन व इंजी अंजलि उपाध्याय द्वारा किया गया। डॉ अरविंद शुक्ला ने बताया कि इस कार्यशाला में 100 से अधिक विद्यार्थियों ने सहभागिता की।
कुलसचिव डॉ प्रशांत पौराणिक एवं कुलानुशासक डॉ शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि इस तरह की कार्यशाला विद्यार्थियों के लिए अत्यंत आवश्यक है क्योंकि आजकल के व्यस्त जीवन में भोजन और स्वास्थ्य को दरकिनार कर दिया जाता है, जो गलत है।
कार्यशाला समिति सदस्य डॉ स्मिता सोलंकी, इंजि कंचन थूल, डॉ गरिमा शर्मा, इंजि मोहित प्रजापति, इंजि शिवम शर्मा, डॉ संतोष ठाकुर व पूर्णिमा त्रिपाठी थे। संचालन इंजि अंजलि उपाध्याय द्वारा किया गया व आभार प्रदर्शन डॉ शिवि भसीन ने किया। कार्यशाला सम्पादित करने में सार्थक जोशी, श्रेया सिंह, हर्ष मालवीय व आशी चौहान आदि का विशेष सहयोग रहा।
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