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माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने किया प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा और अन्य सम्पादकों द्वारा तैयार हिंदी शब्द सिंधु का लोकार्पण

अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में हिंदी से हिंदी बृहद् शब्दकोश का डिजिटल संस्करण - एक लोकार्पित

हिंदी दिवस के अवसर पर सूरत में आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में देश के माननीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी ने विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक एवं कला संकायाध्यक्ष प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा और अन्य सम्पादकों द्वारा तैयार किए गए हिंदी शब्द सिंधु संस्करण एक का लोकार्पण रिमोट के माध्यम से किया। इस डिजिटल शब्द कोश के निर्माण में प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा को देश के चुनिंदा भाषा विशेषज्ञों के साथ संपादक के रूप में कार्य करने का अवसर मिला है। गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग, भारत सरकार एवं केंद्रीय हिंदी निदेशालय, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा तैयार किए गए इस महत्त्वपूर्ण शब्दकोश के अन्य सम्पादकों के साथ प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन और हिंदी दिवस समारोह में भाग लिया।

सूरत के पंडित दीनदयाल उपाध्याय इंडोर स्टेडियम में आयोजित अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन 2022 के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र भाई पटेल, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री श्री अजय मिश्रा आदि मंचासीन थे। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने इस सम्मेलन में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश और दुनिया के सभी हिन्दी प्रेमियों को हिन्दी दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं। हम सबके लिए संविधान सभा के निर्णय को सिर्फ याद करने का दिन नहीं है। 75 साल से 100 साल ये जो अमृत काल है, ये संकल्प लेने का और संकल्प सिद्धि करने का समय है। उन्होंने कहा कि हमारी राजभाषा और हमारी मातृ भाषाएं विश्व की सबसे समृद्ध भाषाओं में सम्मिलित हैं। जब तक हम इस बात का संकल्प नहीं करते कि इस देश का शासन, प्रशासन, इस देश का ज्ञान और अनुसंधान हमारी भाषाओं में होगा, राजभाषाओं में होगा, तब तक हम इस देश की क्षमताओं का उपयोग नहीं कर सकते। आयोजन में इस शब्दकोश के निर्माण से जुड़े सम्पादक मंडल को स्मृति चिह्न अर्पित किया गया। आयोजन में देश के विभिन्न हिस्सों से आए भाषाविदों, राजभाषा अधिकारियों, साहित्यकारों, संस्कृतिकर्मियों और हिंदीसेवियों ने भाग लिया।

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