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विक्रम विश्वविद्यालय में परिसंवाद और कुलपति-विद्यार्थी संवाद का आयोजन 12 सितम्बर 2022 को

कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में कुलपति प्रो पांडेय करेंगे सीधा संवाद 

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय के कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में कुलपति जी विश्वविद्यालय की विभिन्न अधयनशालाओं, संस्थानों एवं विक्रम विश्वविद्यालय के परिक्षेत्र में आने वाले महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के साथ दिनांक 12 सितम्बर को प्रातः काल 11 : 00 बजे माधव भवन स्थित स्वर्ण जयंती सभागार में सीधा संवाद करेंगे। इस अवसर पर आयोजित परिसंवाद में विश्वविद्यालय की उपलब्धि और संभावनाओं पर मंथन होगा। 

विक्रम विश्वविद्यालय के यशस्वी कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय के कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में माननीय कुलपति जी विश्वविद्यालय की विभिन्न अध्ययनशालाओं एवं विक्रम विश्वविद्यालय के परिक्षेत्र में आने वाले महाविद्यालयों के विद्यार्थियों से सीधा संवाद करेंगे। यह परिसंवाद कार्यक्रम दिनांक 12 सितम्बर 2022 को माधव भवन परिसर स्थित स्वर्ण जयंती सभागार में प्रातः 11 बजे से होगा। इस दौरान माननीय कुलपति जी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से विश्वविद्यालय में हाल के वर्षों में हुए परिवर्तन एवं भविष्य में किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है, पर विद्यार्थियों की राय जानेंगे और विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी एवं शिक्षकगण के साथ मिलकर विश्वविद्यालय हित में कार्य करने के लिए प्रेरित करेंगे। 

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय के अनुसार छात्र विश्वविद्यालय की नींव हैं और किसी भी विश्वविद्यालय की छवि वहाँ के छात्रों की शैक्षणिक एवं सामाजिक गुणवत्ता से परिभाषित होती है। विश्वविद्यालय का यह प्रमुख उतरदायित्व है कि वह समय-समय पर छात्रों की मनः स्थिति का अवलोकन करे एवं उनकी समस्याओं का समाधान करे। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर प्रशांत पुराणिक ने बताया कि माननीय कुलपति जी छात्रों के सर्वागीण विकास के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। वे  छात्रों को विश्वविद्यालय का अभिन्न अंग मानते हुए उनकी समस्याओं का तत्काल समाधान करते हैं। कार्यक्रम के आयोजक सचिव डॉ अरविन्द शुक्ल, डॉ शिवि भसीन, डॉ अजय शर्मा एवं इंजीनियर अंजलि उपाध्याय के अनुसार छात्र इस संगोष्ठी में भाग लेने के लिए निःशुल्क ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। सभी प्रतिभागियों को संगोष्ठी में भाग लेने के प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। इस कार्यक्रम के सह-आयोजक सचिव डॉ ब्रह्मदत्त शुक्ल, डॉ कंचन थूल एवं डॉ गरिमा शर्मा के अनुसार कुलपति जी की इस पहल से छात्रों में हर्ष का माहौल है एवं छात्र कुलपति जी से संवाद की लिए अत्यंत उत्साहित हैं। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों को विश्वविद्यालय से जोड़ते हैं एवं उन्हें अपने विचार प्रकट करने का एक माध्यम प्रदान करते हैं।  अतः ऐसे कार्यक्रमों की निरंतरता विश्वविद्यालय में बनी रहनी चाहिए।

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