उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में इस वर्ष से बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा बीए एलएलबी पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने की अनुमति प्राप्त हो गई है। यह जानकारी देते हुए कुलसचिव डॉ प्रशान्त पुराणिक ने बताया कि माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव जी की संकल्पना और कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय, बार कौंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य श्री प्रताप मेहता और कार्यपरिषद सदस्य श्री संजय नाहर, श्री राजेश सिंह कुशवाह, डॉ विनोद यादव, श्री सचिन दवे आदि के प्रयासों से 60 सीटों के साथ इस पाठ्यक्रम को प्रारम्भ करने की अनुमति मिली है। वर्तमान सत्र से ही यह पाठ्यक्रम प्रारम्भ हो रहा है। आवेदन फॉर्म की लिंक 22 अगस्त से खोली जाएगी।
संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं...
Comments