मिलेटस को अपने आहार में शामिल करके हम सशक्त भारत का निर्माण कर सकते है: डॉ. राज भंडारी ; भारतीय ज्ञान परंपरा को तथ्यों के साथ सामने लाकर नई पीढ़ी को जागरूक करना होगा: प्रो. सी. सी. त्रिपाठी
मिलेटस को अपने आहार में शामिल करके हम सशक्त भारत का निर्माण कर सकते है: डॉ. राज भंडारी
भोपाल। एनआईटीटीटीआर भोपाल के निदेशक प्रो. सी. सी. त्रिपाठी द्वारा "आज़ादी का अमृत महोत्सव" के अवसर पर व्याख्यान माला की शुरुआत की गयी है । इसी श्रृंखला में तृतीय व्याख्यान माला में वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ और राष्ट्रीय मिलेटस टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. राज भंडारी ने "न्यूट्रिशन सिक्योरिटी विथ मिलेटस" पर एक व्याख्यान दिया। इस व्याख्यान में डॉ. भंडारी ने मिलेट्स के न्यूट्रिशन से संबंधित विभिन्न तथ्यों को वैज्ञानिक शोध के आधार पर प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि मोटे अनाज को अपने आहार में शामिल करके हम सशक्त भारत का निर्माण कर सकते है। भारतीय किसान यदि मोटे अनाज को खेती में शामिल करें तो पर्यावरण भी सुरक्षित और संरक्षित रहेगा।
भारतीय ज्ञान परंपरा को तथ्यों के साथ सामने लाकर नई पीढ़ी को जागरूक करना होगा: प्रो. सी. सी. त्रिपाठी
निटर के निदेशक प्रो. सी. सी. त्रिपाठी ने रोचक उदाहरणों के माध्यम से बताया की हमारे पूर्वज किस तरह अपने खानपान एवं रहन सहन से स्वस्थ रहा करते थे। भारतीय परंपरागत ज्ञान को तथ्यों के साथ सामने लाकर नई पीढ़ी को जागरूक करना होगा । हमारा ट्रेडिशनल नॉलेज हर छेत्र में संबद्ध एवं वैज्ञानिक तथ्यों पर आधरित रहा है इसे पुनर्स्थापित किया जाना आज समय की मांग है। वर्तमान परिपेक्ष्य में भारतीय परंपरागत खान-पान हमें स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं से निजात दिला सकता है।
इस कार्यक्रम का आयोजन एसपीए, भोपाल एवं निटर, भोपाल ने संयुक्त रूप से किया। निटर एवं एसपीए, भोपाल ने अपनी मेस में मिलेटस के उपयोग को शामिल करना प्रारम्भ कर दिया है। इस व्याख्यान में एसपीए, भोपाल एवं निटर, भोपाल के संकाय सदस्य, अधिकारी, कर्मचारीगण एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।
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