भोपाल। एनआईटीटीटीआर भोपाल में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति क्र01 की वर्ष 2022 की अर्धवार्षिक बैठक दिनांक 15 जुलाई, 2022 को आयोजित की गई। बैठक में लगभग 70 नराकास के सदस्य कार्यालयों के कार्यालय प्रमुख एवं राजभाषा अधिकारी बैठक में शामिल हुए। इस अवसर पर बोलते हुए निटर भोपाल के निदेशक एवं नराकास के अध्यक्ष प्रो सी.सी. त्रिपाठी ने कहा कि निटर भोपाल हिन्दी में कार्य करने के प्रति सजग एवं वचनबद्ध है।
तकनीकी संस्थान होने के बाद भी हमारे संस्थान का प्रत्येक व्यक्ति हिन्दी में कार्य अपने दिल से करता है एवं दिल से किया गया कार्य बोलता एवं दिखता है। हमारे यहां हिन्दी में कार्य औपचारिकता निभाने के लिए नहीं अपितु अपनी मातृभाषा के प्रति हमारे समर्पण लगाव एवं सम्मान को दर्शता है।
आज हमारा दुर्भाग्य है कि सरकार को विभिन्न कार्यालयों को हिन्दी में कार्य करने हेतु आदेश जारी करना पड़ता है। जिससे मन में पीड़ा होती है। पिछले कुछ समय में अंतरराष्ट्रीय पटल पर देश के प्रधानमंत्री द्वारा हिन्दी में उदबोधन प्रेरणा देता है। विभिन्न देशों ने अपनी मातृभाषा में ही शिक्षा देकर विकसित देश की श्रेणी में शामिल हुए हैं। नई शिक्षा नीति 2020 इस दिशा में एक सशक्त कदम है। जिसमें मातृभाषा के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रिय भाषाओं में भी अध्ययन अध्यापन को अनिवार्य किया गया। हिंदी ग्रन्थ अकादमी के डायरेक्टर एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ विकास दवे ने कहा कि, हिंदी हृदय की भाषा है जो दिलों को जोड़ने का काम करती है, डर से नहीं हृदय से हिंदी में कार्य करें , हम सिर्फ आंकड़ों की बात न करे हम बिना डरे हिंदी में लिखने में संकोच न करें। पिछले कुछ समय में अंतरराष्ट्रीय पटल पर देश के प्रधानमंत्री द्वारा हिन्दी में उदबोधन प्रेरणा देता है। कार्यालीन ही नहीं सामान्य हिंदी को बढ़ावा दें। कार्यक्रम का संचालन सचिव शोभा लेखवानी ने किया एवं रिपोर्ट प्रस्तुत की।
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