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राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन हमारे विद्यार्थियों के भविष्य को सुरक्षित करता है - कुलपति प्रो पांडेय

कुलपति के साथ शैक्षणिक संवाद का आयोजन सम्पन्न


विद्यार्थियों को अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए एक निश्चित लक्ष्य का निर्धारण आवश्यक है। लक्ष्य निर्धारण में अनुभवी विषय विशेषज्ञों के द्वारा मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु शेषषायी महाविद्यालय, नागदा द्वारा शैक्षणिक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय, कुलपति, विक्रम विश्वविद्यालय उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में नागदा में स्थित समस्त महाविद्यालय के विद्यार्थी, प्राचार्य, प्राध्यापक एवं कर्मचारी उपस्थित थे। शैक्षणिक संवाद कार्यक्रम में कुलपति ने विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का जवाब देते हुए उन्हें मार्गदर्शन प्रदान किया।

शेषशायी महाविद्यालय, नागदा द्वारा शैक्षणिक संवाद कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 30 जुलाई 2022 को किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को अनुभवी प्राध्यापकों द्वारा लक्ष्य निर्धारण हेतु मार्गदर्शक उपलब्ध करवाना था। शैक्षणिक संवाद कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद शासकीय महाविद्यालय, शासकीय कन्या महाविद्यालय, वर्धमान कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज की सहभागिता थी।

शैक्षणिक संवाद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफ़ेसर अखिलेश कुमार पांडेय, कुलपति, विक्रम विश्वविद्यालय ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन हमारे युवा विद्यार्थियों के भविष्य को सुरक्षित करता है । वैश्विक मांग के अनुसार विक्रम विश्वविद्यालय में अनेक महत्वपूर्ण रोजगारपरक पाठ्यक्रम प्रारंभ किए हैं। विश्वविद्यालय में उपलब्ध बहू विषयक पाठ्यक्रम हमारे विद्यार्थियों को नई शिक्षा नीति के दिशा निर्देश के अनुसार चयन की स्वतंत्रता प्रदान करते हैं। प्रोफेसर पांडेय ने विद्यार्थियों का ध्यान स्वामी विवेकानंद के द्वारा कहे गए वाक्यों को याद दिलवाया स्वामी विवेकानंद ने कहा था “सफलताओं के लिए आवश्यकताओं से ज्यादा लक्ष्य निर्धारण का मन दृढ़ संकल्पित होना चाहिए आवश्यकताएँ अपने आप जुड़ती जाएंगी। सभी युवाओं को अपने लक्ष्य का निर्धारण कर उसे पूर्ण करने हेतु ईमानदारी पूर्वक कठिन परिश्रम करना चाह होगा। हमारे युवाओं के प्रयास से ही देश आत्मनिर्भर बनेगा । कुलपति जी ने एक सुव्यवस्थित शैक्षणिक विकास के लिए विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय तथा समाज को एक साथ कार्य करने की आवश्यकता बताई।

शैक्षणिक संवाद कार्यक्रम के संरक्षक पूर्व विधायक श्री दिलीप सिंह शेखावत ने कहा कि हम सभी का सौभाग्य है कि माननीय कुलपति जी हम सभी को मार्गदर्शन देने हेतु आज हमारे बीच पधारे हैं। कुलपति जी ने विश्वविद्यालय की प्रगति हेतु सराहनीय कार्य करते हुए 243 से अधिक रोजगारपरक पाठ्यक्रम प्रारंभ किए हैं। मेक इन इंडिया को सफल बनाने के लिए हमारे युवाओं को अपनी दिशा का निर्धारण कर प्रयास करना होगा।


कार्यक्रम में उपस्थित शासकीय विवेकानंद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर सी एम मेहता ने बताया कि हमारे विद्यार्थियों का मार्गदर्शन देने हेतु आज स्वयं हमारे कुलपति पधारे हैं जो हम सभी के लिए गौरव की बात है। विद्यार्थियों के कौशल विकास से देश की प्रगति होगी।


शासकीय कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ शीला ओझा ने कहा कि मुझे हर्ष है कि कुलपति जी हमारे विद्यार्थियों की समस्या का निराकरण करने हेतु स्वयं हमारे मध्य उपस्थित हैं। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि श्री शरद गुप्ता ने इस कार्यक्रम को विद्यार्थियों के लिए उपयोगी बताया तथा भविष्य में भी आयोजित करने की अपील की ।


कार्यक्रम का संचालन डॉ सुरेंद्र मीणा द्वारा किया गया तथा आभार डॉ धर्मेंद्र गुप्ता द्वारा व्यक्त किया गया। उक्त कार्यक्रम में अतिथियों का परिचय डॉ राजेश शर्मा द्वारा दिया गया।


स्वागत भाषण डॉ धर्मेंद्र गुप्ता प्राचार्य शेषशायी महाविद्यालय द्वारा दिया गया। शिक्षण संवाद कार्यक्रम में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से डॉक्टर अरविंद शुक्ला , डॉक्टर शिवी भसीन, नागदा स्थित महाविद्यालय के प्राचार्य, प्राध्यापक, विद्यार्थी तथा कर्मचारी गण उपस्थित थे ।

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