उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में शैक्षणिक सत्र 2022-23 में स्नातक, स्नातकोत्तर, पीजी डिप्लोमा, डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारम्भ हो गई है। प्रवेश के सम्बंध में विद्यापरिषद् की स्थायी समिति की बैठक दिनांक 05 मई 2022 एवं विभागाध्यक्ष, निदेशक एवं प्रवेश समिति की बैठक दिनांक 05 मई 2022 में लिए गये निर्णय अनुसार स्नातक, स्नातकोत्तर, पीजी डिप्लोमा, डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु एम.पी. ऑनलाईन के माध्यम से लिंक दिनांक 06 मई 2022 से प्रारंभ की जाती है। प्रवेश आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून 2022 रहेगी।
यह जानकारी देते हुए कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक ने बताया कि विश्वविद्यालय की अध्ययनशालाओं एवं संस्थानों के विभागाध्यक्ष एवं निदेशक ऑनलाईन पंजीकृत विद्यार्थियों से आवेदन प्राप्त कर वेरिफिकेशन के उपरांत पात्र विद्यार्थियों की सूची ऑनलाईन सेल को प्रेषित करेंगे। पात्र विद्यार्थियों की सूची के प्रकाशन के उपरान्त शुल्क जमा करने की अवधि सात दिवस की होगी। इसके उपरान्त प्रतीक्षा सूची के विद्यार्थियों को शुल्क जमा करना होगा। समस्त शुल्क एम. पी. ऑनलाईन के माध्यम से ही जमा होंगे।
संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं...
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