आजादी के अमृत महोत्सव के तहत उज्जैन स्थित शिव दर्शन धाम परिसर में सात दिवसीय बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का शुभारंभ
उज्जैन - आजादी के अमृत महोत्सव के तहत उज्जैन स्थित शिव दर्शन धाम परिसर में सात दिवसीय बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का शुभारंभ किया गया । सर्वप्रथम प्रभु पिता की स्मृति से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, इसमें अतिथि के रूप से गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल विजय सुखवानी जी, लायंस क्लब के अध्यक्ष विजय पटेल जी , सरस्वती महाविद्यालय की प्रिंसिपल स्मिता भवालकर , डॉक्टर शैलेश कचोले , बहन लवली कचोले ज्योतिषाचार्य , सुप्रसिद्ध गायक महेश मोयल जी, उज्जैन संभाल निर्देशिका राजयोगिनी उषा दीदी जी, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रम्हाकुमारी मंजू बहन ने मिलकर दीप प्रज्वलन किया ।
लवली कचोली ज्योतिषाचार्य ने कहां कि यह समर कैंप बच्चों के सर्वांगीण बाल विकास के लिए रखा गया है, बच्चे ईश्वर की बनाई एक सर्वोत्तम कृति है जो अनगढ़ मूर्ति की तरह होते हैं और एक कुशल शिल्पकार होता है जो उसे बहुत सुंदर मूर्ति के रूप में घढता है ठीक वैसे ही माता-पिता समाज विद्यालय के शिक्षक हैं। हम सभी को मिलकर कोशिश करना चाहिए हम बच्चों का सर्वांगीण विकास कर सके। ताकि बच्चों का आने वाला भविष्य उज्जवल हो।
महेश गोयल सुप्रसिद्ध गायक ने कहा कि ब्रह्मा कुमारी द्वारा आयोजित यह समर कैंप आप सभी को भगवान की तरफ से 7 दिन का गिफ्ट मिला है । हमें जो भी गिफ्ट मिलती है उसे हम संभाल कर रखते हैं, आप सभी बच्चों में कुछ ना कुछ कला विशेषता जरूर है तो उस कला और विशेषता को चाहे वह डांस है सिंगिंग है जो भी आपको पसंद है उससे 7 दिन के अंदर निखारना है और इन 7 दिनों के गिफ्ट को 70 वर्ष तक संभाल कर रखना है और साथ ही आपने बच्चों के साथ संगीत का आनंद भी लिया।
स्मृति भवालकर ने कहा कि आप सभी परमात्मा की बनाई हुई इस सृष्टि में प्यारे प्यारे फूल हो , आप सभी में बहुत सारी क्वालिटीज है , लेकिन आपकी कुछ अपनी खासियत है जो सिर्फ आपकी ही है खूबी को और निखारना है उसे पहचानना है जो कि यहां सिखाया जाएगा।
विजय पटेल लायंस क्लब अध्यक्ष जी ने बच्चों को शुभ आशीष देते हुए कहा कि एक बच्चा कच्चे घड़े के समान होता है जिसे जो संस्कार दिया जाए उसी में ढल जाता है यहां पर बच्चों को जो प्रशिक्षण दिया जाएगा उससे निश्चित ही एक क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा।
इंजीनियरिंग कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल विजय सुखवानी जी ने कहा कि बच्चे तो एक फरिश्ते के समान होते हैं तथा बच्चों में मासूमियत और दिव्यता होती है लेकिन वर्तमान टेक्नोलॉजी तथा आधुनिकता के प्रभाव से बच्चों में त्रुटियां आ रही है ऐसे समय पर इस प्रकार के प्रोग्राम बच्चों के अंदर श्रेष्ठ परिवर्तन और आंतरिक निखार लाने भूमिका निभाएंगे।
राजयोगिनी उषा दीदी जी ने कहा कि यहां आकर सभी बच्चों का सर्वागीण विकास होगा, सभी बच्चे यहां प्रशिक्षण लेने आए हैं तो याद रहे प्रतिशण सीखना ही है तथा आपने बच्चों को सच्चाई , प्रेम दया , करुण , अनुशासन आदि सद्गुरु के बारे में भी बताया तथा सबको यही आशीर्वाद दिया आप गुणवान बुद्धिमान बनकर के भारत का नाम रोशन करें ।
ब्रह्माकुमारी मंजू बहन ने कहा कि बच्चे आने वाले कल की तकदीर है । आप वो नन्हे फूल है जिन्हें अपने जीवन को सद्गुणों से भरकर उसकी सुगंध सारे विश्व में फैलानी है साथ ही राजयोग का अभ्यास कराया। कार्यक्रम का कुशल संचालन ब्रह्माकुमारी निरुपमा बहन ने किया।
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