अतिथियों द्वारा प्रो चुटैल को शॉल, श्रीफल, पुष्पगुच्छ एवं पुस्तकें अर्पित कर उनका सम्मान किया गया।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए प्रो प्रेमलता चुटैल ने कहा कि मैंने विक्रम विश्वविद्यालय में कार्य करते हुए जो अनुभव अर्जित किए, वे निरंतर काम आए। इस संस्था से तीन से अधिक दशकों से जुड़ी रही हूं। विश्वविद्यालय परिवार से प्राप्त स्नेह मेरे जीवन की अमूल्य पूंजी है।
प्रोफ़ेसर प्रेमलता चुटैल का सम्मान प्रोफ़ेसर उमा शर्मा, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, प्रो हरिमोहन बुधौलिया, प्रो गीता नायक, प्रो डी एम कुमावत, डॉ अंजना पांडे, डॉ सोनल सिंह, डॉ अनिल जैन, डॉ उमेश कुमार सिंह, प्रांतीय अध्यक्ष डॉ सत्येंद्र किशोर मिश्रा, उपाध्यक्ष डॉ राज बोरिया, डॉ डी डी बेदिया, डॉ जगदीश चंद्र शर्मा, डॉ बी के आंजना, डॉ स्वाति दुबे, डॉ वीरेंद्र चावरे, डॉ निश्छल यादव, डॉ गणपत अहिरवार, डॉ प्रतिष्ठा शर्मा, डॉ कमल बुनकर, श्री विपुल मईवाल, संजीव सिंह आदि ने किया।
कार्यक्रम का संचालन कला संकायाध्यक्ष प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा ने किया। आभार प्रदर्शन डॉ राज बोरिया ने किया।
Comments