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भूकंप प्रतिरोधी स्ट्रक्चर बनाने में विक्रम विश्वविद्यालय के इंजिनियरिंग संस्थान - एस ओ ई टी के नाम पेटेंट का प्रकाशन

विक्रम विश्वविद्यालय को मिली एक और महत्त्वपूर्ण पेटेंट की उपलब्धि

उज्‍जैन । विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय एवं स्कूल ऑफ इंजिनियरिंग एण्ड टेक्नोलाजी संस्थान - एस ओ ई टी के निदेशक डॉ गणपत अहिरवार के मार्गदर्शन में स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग संस्थान के सिविल इंजिनियरिंग विभाग के प्राध्यापक मोहित कुमार प्रजापति ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों के साथ मिलकर संयुक्त रूप से एक महत्त्वपूर्ण पेटेंट इंडियन पेंटेट जनरल में प्रकाशित किया है। इस महत्त्वपूर्ण पेटेंट के अन्तर्गत श्री प्रजापति ने भूकंप प्रतिरोधी स्ट्रक्चर निर्मित करने में सफलता प्राप्त की है। कांक्रीट कंप्रेसिव नेचर का होता है, जो टेन्साईल स्ट्रेस सहन नहीं कर सकता और भूकंपीय क्षेत्र में स्ट्रक्चर मे टेन्साईल नेचर का बल उत्पन्न होता है। कांक्रीट इस बल को सहन नहीं कर सकता है, इसलिए कांक्रीट में स्टील रेन्फोर्समेन्ट का उपयोग करते हैं। जिससे कि कांक्रीट डक्टाईल नेचर का हो जाता है। साथ ही इसके अंदर पोलीमर जैसे : - नायलान 66, पीवीसी, पोलीस्टर इत्यादि का उपयोग कर सकते हैं। यह स्ट्रक्चर की डकटिलीटी को और बढ़ा देगा, जिस भी स्ट्रक्चर मे यह उपयोग किया जाएगा, वह और अधिक भूकंप प्रतिरोधी बन जायेगा। विभाग की इस महत्त्वपूर्ण उपलब्धि पर कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय, कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक, कुलानुशासक प्रो शैलेन्द्र कुमार शर्मा, संस्थान के शिक्षक अमित मरमट, रितेश नागर, द्वारिका जायसवाल, सचिन सिरोनिया, संजय शर्मा और समस्त शिक्षक, कर्मचारी व अधिकारियों द्वारा बधाई और शुभकामनाएं दी गई।

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