उज्जैन : एतद्द्वारा सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा शिक्षकीय बैकलाग एवं सपोर्टिंग स्टाफ (A. Teaching no 01 to 20. B. Supporting no. 1) पदों की भर्ती हेतु No./admn/22/2255 dated: 28/03/2022 जारी किया गया था। यह विज्ञापन दिनांक 31 मार्च 2022 को समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ है। उस विज्ञापन से संबंधित चयन प्रक्रिया के संबंध में किसी भी प्रकार की याचिका / आवेदन माननीय उच्च न्यायालय म प्र में प्रस्तुत किये जाने की दशा में सर्वप्रथम विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलसचिव को याचिका / आवेदन की प्रति आवश्यक रूप से उपलब्ध कराई जाकर पावती प्राप्त की जाये। ✍️कुलसचिव, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन
संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं...
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