आजादी का अमृत महोत्सव' के अंतर्गत मातृभाषा दिवस के अवसर पर सामाजिक विज्ञान अनुसंधान में मातृभाषा की उपादेयता विषय पर विशेष वेब संगोष्ठी आयोजित
मध्य प्रदेश सामाजिक विज्ञान अनुसंधान संस्थान, उज्जैन द्वारा "आजादी का अमृत महोत्सव" के अंतर्गत आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की शृंखला के तहत एक विशेष वेबिनार का आयोजन "सामाजिक विज्ञान अनुसंधान में मातृभाषा की उपादेयता" विषय पर अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर किया गया। मुख्य वक्ता प्रोफेसर अनिल कुमार वर्मा, निदेशक, सेंटर फॉर स्टडीज ऑफ सोसाइटी एंड पॉलिटिक्स, कानपुर एवं विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा थे।
मातृभाषा में शोध करना बहुत जरूरी है और निश्चय ही चिंतन की मौलिकता मातृभाषा में ही सर्वोत्तम रूप से सामने आ सकती है। भाषा मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक रूप से शोधकर्ता और समाज के बीच अंतर्संबंधों को विकसित करने की क्षमता रखती है और इसलिए मातृभाषा की भूमिका निसंदेह महत्वपूर्ण होती है।
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