उज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की प्राणिकी अध्ययनशाला के बी. एससी (ऑनर्स) जैवप्रौद्योगिकी के विद्यार्थियों द्वारा पब्लिक आउटरीच सेंटर प्रोग्राम के अन्तर्गत विजय फाउंडेशन फार एजुकेशन रिसर्च एण्ड डेवलपमेन्ट द्वारा उज्जैन में आयोजित शिविर में मास्क एवं सेनेटाइजर निर्माण का प्रशिक्षण प्राप्त किया गया। विद्यार्थियों द्वारा कोविड -19 के बचाव हेतु मास्क एवं सेनेटाइजर का निर्माण सफलतापूर्वक किया गया ।
विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में अध्ययनरत तृतीय सेमेस्टर बी.एससी (ऑनर्स) जैवप्रौद्योगिकी के विद्यार्थियों नें कोविड -19 के बचाव हेतु तीन स्तरीय मास्क एवं सेनेटाइजर का निर्माण किया है। विद्यार्थियों ने प्रारंभ में "विजय फाउंडेशन फार एजुकेशन रिसर्च एण्ड डेवलपमेन्ट" द्वारा आयोजित शिविर में तीन दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त किया था। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय द्वारा कौशल विकास एवं उद्यमिता विकास हेतु दिये गए व्याख्यानों से प्रेरित विद्यार्थियों ने मास्क एवं सेनेवाइजर का निर्माण कर इसे विश्वविद्यालय परिसर में बिना मास्क के आने वाले नागरिकों, विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को मात्र बीस रुपए में उपलब्ध करने का निश्चय गया। कोविड- 19 से बचाव हेतु जन जागृति अभियान चलने का संकल्प लिया। मास्क निर्माण दल में वर्षा कुमावत, अंकिता पचौरिया, लकी चौधरी, विशाखा इवानके एवं विशिका मादव शामिल थे। इसी प्रकार सेनेटाइज़र दल में हर्षाली तवर, विशाखा यादव, चारवी मदान, हर्षिता पाण्डेय एवं चेल्सी पॉल आदि शामिल थे। विद्यार्थियों को कु.पूजा चौरसिया द्वारा मास्क निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया । विद्यार्थियों के द्वारा सेनेटाइजर का निर्माण प्रयोगशाला में किया गया।
इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ अरविन्द शुक्ल, एवं डॉ शिवी भसीन थे। विद्यार्थियों को "लर्न बाय अर्न" के प्रयास के लिए कुलपति प्रोफेसर पाण्डेय ने बधाई दी। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक एवं कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने छात्रों की उपलब्धि पर उनकी सराहना की। यह जानकारी डॉ सलिल सिंह विभागाध्यक्ष प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला ने दी। इस अवसर पर डॉ संतोष ठाकुर, डॉ स्मिता सोलंकी, डॉ गरिमा शर्मा आदि उपस्थित थे।
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