डेटा इनोवेशन टाक शो एवं परिसंवाद का आयोजन सम्पन्न
उज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी एवं उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा आवास एवं शहरी मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत शलाका दीर्घा सभागार में डेटा इनोवेशन डे पर महत्त्वपूर्ण टाक शो एवं परिसंवाद का आयोजन किया गया। आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा देश की 100 स्मार्ट सिटीज में ओपन डेटा के महत्त्व के प्रचार प्रसार हेतु दिनांक 17 जनवरी से 21 जनवरी तक ओपन डेटा सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है ।
आयोजन के मुख्य अतिथि उज्जैन नगर निगम कमिश्नर एवं उज्जैन स्मार्ट सिटी के एक्सिक्यूटिव डायरेक्टर श्री अंशुल गुप्ता थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने की। परिसंवाद में कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक, डॉ यशोवर्धन केलकर, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने भाग लिया।
मुख्य अतिथि श्री अंशुल गुप्ता ने कहा कि पिछली सदी में युद्ध तेल और ऊर्जा के स्रोतों के लिए लड़ा गए, किन्तु आने वाला समय बिग डेटा का है। बिग डेटा द्वारा हम अपने भविष्य की योजनाओं को आसानी से बना सकते हैं। किसी भी क्षेत्र में कार्य करते हुए हम अपनी लागत को कम करके लाभ बढ़ा सकते है। इसका सदुपयोग करते हुए अपराधी पर नजर रखी जा सकती है। उन्होंने अपने वक्तव्य में स्पष्ट किया कि सरकार और तमाम संस्थाएं बिग डेटा का उपयोग कैसे करती हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर श्री अखिलेश कुमार पांडेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि डेटा का सार्थक उपयोग अनेक कार्यों में किया जा रहा है। आपदा प्रबंधन के लिए इसके अनेक उदाहरण हमारे सामने आ रहे हैं। टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रभाव के बीच मनोवैज्ञानिक चुनौतियां भी सामने आ रही है, जिनका सामना करना होगा। उन्होंने जीनोम सिक्वेंसिंग के बारे में बताते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सदुपयोग एवं दुरुपयोग के बारे में बताते हुए भविष्य में इसके लिए शोध की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि कुलसचिव प्रो प्रशांत पौराणिक ने स्मार्ट सिटी एवं विक्रम विश्वविद्यालय के द्वारा साझा रूप से चल रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के माध्यम से पुरातत्व संग्रहालय का उन्नयन करते हुए विश्वस्तरीय रूप दिया जा रहा है। भविष्य में भी दोनों संस्थाओं द्वारा कार्य किए जाएंगे।
डेटा एवं उसके जीवन में महत्व पर व्याख्यान विशेष वक्ता एम आई टी के डीन श्री यशोवर्धन केलकर ने दिया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना में बिग डेटा अत्यंत सहायक सिद्ध हो रहा है। बिग डेटा का सही समय पर उपयोग कर उसका सार्थक उपयोग सिद्ध किया जा सकता है। उन्होंने समय की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कोई भी डेटा तभी काम का है, जब उसका सही समय पर उपयोग किया जा सके।
स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, विक्रम विश्वविद्यालय की ओर से लेक्चरर नेहा सिंह ने अपना उद्बोधन दिया। अपने उद्बोधन में उन्होंने ओपन डेटा पोर्टल एवं उसकी उपयोगिता के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि डेटासेट द्वारा सरकार किस प्रकार कार्य कर रही है। डेटाबेस का उपयोग करके ही कोविड टीकाकरण कार्यक्रम को सफल बनाया गया है। आधार कार्ड द्वारा सरकार सभी का डेटा डिजिटल फॉर्म में सुरक्षित रखती है।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो श्री शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने बिग डेटा से जुड़े जागरूकता कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, जीवन स्तर में सुधार और कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में बिग डेटा महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
कार्यकम के संयोजक स्मार्ट सिटी की ओर से ई-गवर्नेंस मैनेजर श्री सचिन जैन थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगांन से की गई। अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ द्वारा कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉक्टर गणपत अहिरवार, कॉर्डिनेटर डॉ विष्णु सक्सेना, डॉ डी. डी. बेदिया आदि द्वारा किया गया।
कार्यकम में आभार प्रदर्शन श्रीमती अमृता शुक्ला के द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि डेटा इनोवेशन डे के उपलक्ष्य में ओपन डेटा ऑनलाइन क्विज़ का आयोजन 17 जनवरी से 24 जनवरी के मध्य उज्जैन स्मार्ट सिटी द्वारा किया जा रहा है। इसका लाभ आम जनता के साथ विक्रम विश्वविद्यालय के हजारों विद्यार्थीगण ले रहे हैं। इसमें प्रथम पुरस्कार 10000 रु द्वितीय पुरस्कार 5000 रु. और 2500 रु तृतीय पुरस्कार रखा गया है।
कार्यक्रम में विक्रम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, कर्मचारीगण, विद्यार्थीगण, शहर के समाजसेवी, उद्योगपति, स्मार्ट सिटी के सदस्यगण उपस्थित रहे।
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