उक्त उद्गार बोर्ड ऑफ स्टडीज इन मैनेजमेंट वि वि के चेयरमैन डॉ ऋषि कुमार दुबे ने वाणिज्य अध्ययनशाला में इस सत्र से प्रारंभ किए गए प्रबंधन पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों के इंडक्शन प्रोग्राम में व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि, आज के युग में सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी आवश्यक है। प्रबंध के पारंपरिक उपलब्ध पाठ्यक्रम के साथ ही आम जीवन के क्रियाकलापों पर भी प्रबंध की शिक्षा होना चाहिए। अगले शैक्षणिक सत्र से विक्रम विश्वविद्यालय इस दिशा में भी अग्रसर होगा।
प्रारंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्वागत भाषण एवं पाठ्यक्रम से संबंधित जानकारी विभागाध्यक्ष डॉ एस. के. मिश्रा ने प्रस्तुत की। इस अवसर पर कुलानुशासक प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा, डॉ धर्मेंद्र मेहता, डॉ. डी.डी. बेदिया, डॉ. शैलेंद्र कुमार भारल, डॉ नागेश पाराशर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अतिथियों का स्वागत डॉ आशीष मेहता, डॉ. रुचिका खंडेलवाल, डॉ अनुभा गुप्ता, डॉ. कायनात तंवर, डॉ परिमिता सिंह, प्रवीण शर्मा ने किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ नेहा माथुर ने व आभार डॉ आशीष मेहता ने व्यक्त किया।
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