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शिक्षा हित में किया दान सर्वोपरि होता है - श्री डुंगरवाल



समाज में जिन्हें आवश्यकता हो उन्हें व्यवस्था स्वरूप यदि सहयोग प्राप्त होता है तो अपार खुशी होती है। परन्तु योग्य व्यक्ति का चयन करके सहयोग में मकान एवं रोजगार एवं आर्थिक मदद शासन द्वारा की जाती है। इसी प्रकार विद्यार्थियों म.प्र. सरकार निःशुल्क पुस्तके, गणवेश एवं शिक्षा तो उपलब्ध करा रही है किन्तु आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के शासकीय विद्यालयो के छात्रो को अभ्यास पुस्तिका उपलब्ध कराना समाजसेवियों का होता है। इसीलिये शिक्षा हित में किया दान सर्वोपरि माना जाता है।

उक्त विचार शासकीय कन्या हाईस्कूल महिदपुर रोड़ में तरूण शिक्षा परिषद् के अध्यक्ष एवं मुख्य अतिथि श्री संदीप डुंगरवाल ने अभ्यास पुस्तिका वितरएण समारोह में व्यक्त किये। समारोह के अध्यक्ष समाजसेवी श्री राजेश कांठेड़ ने उद्बोधन में कहा कि हमारी संस्था विद्यार्थियों, गायो एवं जीवो के लिये लगातार सेवा कार्य कर रही है। विशिष्ट अतिथि श्री अमित कोचर शिक्षक श्री अनिल सेठिया ने भी सम्बोधित किया। संचालन आदर्श शिक्षक डॉ. प्रभु चौधरी ने किया एवं आभार प्राचार्य श्री विमलकुमार सूर्यवंशी ने माना। विद्यालय के लगभग 150 विद्यार्थियों को आवश्यक उत्तर पुस्तिका दो कलम दी गई।

इस अवसर पर शिक्षिका चन्द्रकांता चवरासिया, नीना देवडा, सलमान मंसूरी, कालूराम वाघेला आदि उपस्थित रहे।



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