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श्री महाकालेश्वर की शाही सवारी परिवर्तित मार्ग से ही निकाली जायेगी, अगले सप्ताह से भस्म आरती में दर्शनार्थियों का प्रवेश 50 प्रतिशत क्षमता से होगा

श्री महाकालेश्वर की शाही सवारी परिवर्तित मार्ग  से ही निकाली जायेगी

अगले सप्ताह से भस्म आरती में दर्शनार्थियों का प्रवेश  50 प्रतिशत क्षमता से होगा 

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव ने प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा की




उज्जैन 02 सितम्बर। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव की अध्यक्षता में सर्किट हाऊस में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ श्री महाकालेश्वर भगवान की शाही सवारी के सम्बन्ध में चर्चा की गई। चर्चा के दौरान निर्णय लिया गया कि श्री महाकालेश्वर की शाही सवारी वर्तमान में निकाली गई सवारियों के अनुसार ही परिवर्तित मार्ग से निकाली जाये। पुजारी एवं कहारों के माध्यम से सवारी भव्यता से निकाली जाएगी । कोविड प्रोटोकॉल के कारण आमजन  सवारी में नहीं रह सकेंगे।  सवारी में पुलिस बैंड  अपनी सेवा देगा। 



अगले सप्ताह से भस्म आरती में दर्शनार्थियों को क्षमता का 50 प्रतिशत प्रवेश दिया जायेगा।

बैठक में निर्णय लिया गया कि भस्म आरती में दर्शनार्थियों का गर्भगृह एवं नन्दी हॉल में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। भस्म आरती में प्रवेश ऑनलाइन बुकिंग से ही रहेगा।

बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रोटोकॉल व्यवस्था से दर्शन करने वाले प्रत्येक दर्शनार्थियों को 100 रुपये  की रसीद कटवानी होगी।

आने वाले समय में प्रोटोकॉल व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जायेगा।

विभिन धार्मिक पर्व मनाने के लिये पूर्व की भांति कोविड-19 गाईड लाइन का पालन किया जायेगा। सभी प्रकार के धार्मिक चल समारोह, जुलूस, रैली इत्यादि प्रतिबंधित रहेंगे। साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर धार्मिक समारोह का आयोजन नहीं होगा। इस तरह के आयोजन केवल धार्मिक स्थानों /परिसर के अंदर किये जा सकेंगे। 

बैठक में सांसद श्री अनिल फिरोजिया वर्चुअल रूप में उपस्थित रहे। इनके अतिरिक्त  विधायक श्री पारस चंद्र जैन, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ला, नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल, एडीएम एवं मन्दिर प्रबंध समिति प्रशासक श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी, अपर कलेक्टर एवं यूडीए सीईओ श्री एसएस रावत, अपर कलेक्टर श्री जितेन्द्रसिंह चौहान, श्री विवेक जोशी उपस्थित थे।

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