Skip to main content

श्री लीलाधर कहार उज्जैन, जिलाध्यक्ष एवं संभागीय सचिव नियुक्त

उज्जैन : खेल एवं युवा कल्याण विभाग भारत सरकार के खेलों इंडिया सेन्टर के मल्‍लखंब कोच एवं उज्जैन जिला मल्लखंब संघ उज्जैन के सचिव श्री लीलाधर कहार सेमी गवर्नमेन्ट एम्पलाईज फेडरेशन, एम.पी. के उज्जैन जिलाध्यक्ष एवं उज्जैन संभाग के सचिव नियुक्त किये गये। श्री कहार मल्लखंब एवं योगासन के राष्ट्रीय पदक विजेता है। जिन्होने अनेको बार राष्ट्रीय स्तर की योग एवं मल्लखंब प्रतियोगिता मे पदक प्राप्त कर मध्यप्रदेश का नाम कई बार गौरवान्वित किया है। साथ ही आप कहार समाज शैक्षणिक युवा उत्थान समिति के अध्यक्ष पद पर भी विगत 45 वर्षो तक कार्य करते रहे है। श्री कहार म.प्र. वेअरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक्स कार्पोरेशन क्षेत्रीय कार्यालय उज्जैन पर कार्यरत है एवं श्री अच्युतानंद गुरू अखाड़ा व्यायामशाला न्यास, उज्जैन पर मललखंब योगासन एवं सूर्य नमस्कार के कोच भी है जो लगभग 400 से अधिक बच्चों को प्रतिदिन शाम के समय 4 से 5 घन्टे बच्चों को अभ्यास कराते है। 

श्री कहार के कार्य कुशलता को देखकर सेमी गवर्नमेन्ट एम्पलाईज फेडरेशन एम.पी. के संरक्षक श्री उमाशंकर गुप्ता (पूर्व गृह मंत्री म.प्र. शासन) एवं प्रान्ताध्यक्ष श्री अनिल वाजपेयी जी की अनुशंसा पर श्री कहार को जिलाध्यक्ष एवं उज्जैन संभागीय सचिव का सयुक्त प्रभार दिया गया। उज्जैन जिले के विभिन्‍न खेल संगठन एवं शेक्षणिक एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा श्री कहार के जिलाध्यक्ष नियुक्त होने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अन्नत बधाईयां प्रेषित की। 

बधाईकर्ता मे सर्वश्री मध्यप्रदेश शासन के पूर्व केबिनेट मंत्री एवं उज्जैन उत्तर के लोकप्रिय विधायक एवं श्री अच्युतानंद गुरू अखाड़ा व्यायामशाला न्यास, उज्जैन के अध्यक्ष माननीय श्री पारसचन्द्रजी जैन, खेल एवं युवा कल्याण विभाग उज्जैन के जिला खेल अधिकारी श्री ओ.पी. हारोड, मध्यप्रदेश मललखंब एसोसिएशन, उज्जैन के अध्यक्ष श्री सोनूजी गेहलोत, मल्लखंब फेडरेशन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष श्री के.एस.श्रीवास्तव, जिला मल्लखंब संघ के अध्यक्ष श्री गुरूदेव उपाध्याय, कहार समाज शैक्षणिक युवा उत्थान समिति, उज्जैन के अध्यक्ष श्री जितेन्द्र कहार, माँ क्षीप्रा तैशरक दल समिति के सचिव श्री संतोषजी सोलंकी, शिव सेना गौ रक्षा न्यास के प्रदेश अध्यक्ष श्री मनीष सिंह चौहान, महालक्ष्मी उत्सव सेवा समिति, उज्जैन के अध्यक्ष श्री अनिलजी कुमावत, जिला मल्‍लखंब संघ मन्दसौर के अध्यक्ष श्री जीवन  माली, सेमी गवर्नमेन्ट एम्पलाईज फेडरेशन एम.पी. भोपाल 2-3 के अध्यक्ष श्री अनिल वाजपेयीजी, निगम मण्डल बोर्ड कर्मचारी महासंघ, भोपाल के अध्यक्ष श्री अनिलजी वाजपेयी, हिन्दू महासंगठन के महामंत्री श्री केलाश माली, एम.पी वेअर हाउसिंग कार्पोरेशन कर्मचारी संघ, भोपाल प्रान्ताध्यक्ष श्री अनिल वाजपेयी एवं कार्यकारी अध्यक्ष श्री ओ.पी. वर्मा, निगम मण्डल कर्मचारी समन्वय महासंघ, भोपाल , सोसायटी फार प्रेस क्लब अध्यक्ष श्री विशालजी हाडा, मध्यप्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम अधिकारी कर्मचारी संघ श्री अभय जैन, संत सत्कार समिति, उज्जैन श्री के.एस.गौर, मध्यप्रदेश माझी समाज उज्जैन के प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश वर्मा, आरोण्या आदिवासी सेवा संस्थान, उज्जैन सचिव श्री विजेन्द्रसिंह अरोण्या, मध्यप्रदेश प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री अंतर सिंह सोलंकी, म.प्र. वित्त विकास निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्री सज्जन व्यास एवं कुश्ती संध के सदस्य श्री राधेश्याम चौधरी पहलवान । 

म.प्र. वेअर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक्स कार्पोरेशन के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री डी.के. कैथवास, अधिकारी वर्ग में सर्वश्री श्री ए.के. कैथवास, श्री ए.के. मण्डल, श्री पी.के. जैन, श्री आर. के. शर्मा, श्री आर. के. तोलानी, श्री आर.के. यादव, श्री जे.के. सावरें, सुश्री रोशनी चौहान, श्री बी.आर. राव, श्री जी.के. गोठानी, कमचारी सदस्य श्री जालमसिंह बंगारिया, श्री सतीश कहार, श्री रोहित शर्मा, श्री प्रेम कार्तिकेय, श्री विकास चौरसिया, श्री पुरूषोत्तम राय, श्री बालकृष्णजी देवड़ा, श्री अशोक वर्मा, श्री बरखा कटारिया, श्री जितेन्द्र चौहान, श्री गणपतलाल जाटव, श्री पिन्टू जाटव, श्री,बद्रीलाल बांगर आदि द्वारा श्री कहार को बधाई प्रेषित की गई । 

यह जानकारी एम.पी वेअर हाउसिंग कार्पोरेशन कर्मचारी संघ, भोपाल कार्यकारी अध्यक्ष श्री ओ.पी. वर्मा द्वारा दी गई।



Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं