Skip to main content

प्रतिभावान खिलाड़ियों के चयन का अभियान 24 अगस्त से ऑनलाइन पंजीयन 23 अगस्त तक

भोपाल : रविवार, अगस्त 22, 2021, 06:51 IST

मध्यप्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों को सुनहरा अवसर प्रदान करने के लिये राज्य शासन द्वारा 24 अगस्त से प्रतिभा चयन कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। टेलेंट सर्च-2021 अभियान में प्रदेश के खिलाड़ी 23 अगस्त तक ऑनलाइन पंजीयन करा सकते है। पंजीयन की कार्यवाही 9 अगस्त से शुरू की गई थी।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भविष्य की खेल प्रतिभाओं को तलाशकर तराशने के लिए 'टैलेंट सर्च 2021' अभियान की घोषणा की है। यह अभियान 24 अगस्त से पूरे प्रदेश में शुरू होगा। अभियान में खेल एवं युवा कल्याण, स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के समन्वय से अभियान चलाया जाएगा। अभियान में लगभग 2500 बालक-बालिकाओं का चयन कर प्रदेश में संचालित अत्याधुनिक संसाधनों से लैस विभिन्न खेल अकादमियों तथा राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रशिक्षकों की देखरेख में प्रशिक्षण दिया जायेगा।

प्रतिभावान खिलाड़ी एथलेटिक्स, शूटिंग, वॉटर स्पोर्ट्स (कयाकिंग केनोइंग, रोइंग, सेलिंग, स्लालॉम), कराते, फेंसिंग, बॉक्सिंग, कुश्ती, ताइक्वाडों जूडो, घुड़सवारी, पुरुष हॉकी, ट्रायथलान, महिला हॉकी, बैडमिंटन, तीरंदाजी, पुरुष क्रिकेट, योग और मलखंभ में अपना भविष्य बनाने के लिए इस अभियान में शामिल हो सकेंगे। चयन की प्रक्रिया निर्धारित मापदंडों के अनुरूप और कोविड संबंधी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए की जा रही है।

Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं