Skip to main content

प्रदेश में लागू होगा सड़कों का "असैट मैनेजमेंट सिस्टम", खराब होने से पहले ही करवाएं सड़कों की मरम्मत ; मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लोक निर्माण विभाग की बैठक ली

 प्रदेश में लागू होगा सड़कों का "असैट मैनेजमेंट सिस्टम"

खराब होने से पहले ही करवाएं सड़कों की मरम्मतप्रदेश की सभी सड़कें उत्तम गुणवत्ता की होनी चाहिएमुख्यमंत्री श्री चौहान ने लोक निर्माण विभाग की बैठक ली 


भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में सड़कों के अच्छे संधारण के लिए 'असैट मैनेजमेंट सिस्टम' लागू किया जाएगा। इसके अंतर्गत प्रदेश की सड़कों की स्थिति की जी.आर. टैगिंग के माध्यम से ऑनलाइन मॉनीटरिंग हो सकेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की सड़कों की सतत मॉनीटरिंग की जाए तथा खराब होने से पहले ही सड़कों की मरम्मत हो जाए। प्रदेश की सभी सड़कें उच्च गुणवत्ता की होनी चाहिएं।प्रदेश की 45,717 कि.मी. सड़कों का संधारण लोक निर्माण विभाग द्वारा तथा 18801 कि.मी. सड़कों का संधारण एम.पी.आर.डी.सी. द्वारा किया जाता है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान शुक्रवार, दिसम्बर 4, 2020 को मंत्रालय में लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव, राज्य मंत्री लोक निर्माण विभाग श्री सुरेश धाकड़, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव श्री मनोज गोविल, प्रमुख सचिव श्री नीरज मंडलोई आदि उपस्थित थे।

नर्मदा एक्सप्रेस-वे प्रदेश की समृद्धि का रास्ता खोले

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में बनने वाले नर्मदा एक्सप्रेस-वे तथा उसके दोनों ओर इस प्रकार का विकास किया जाए कि यह प्रदेश की समृद्धि का रास्ता खोले। सड़क के दोनों ओर इंडस्ट्रियल क्लस्टर, आधुनिक कृषि, उद्यानिकी क्षेत्र विकसित किए जाएं तथा अन्य विकास की गतिविधियां हों। अमरकंटक से अलीराजपुर तक बनने वाले 948 कि.मी. के नर्मदा एक्सप्रेस-वे का अलाइनमेंट निर्धारण पूर्ण हो गया है तथा प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट के लिए कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं।

अटल प्रोग्रेस-वे के लिए निविदा जारी

अटल प्रोग्रेस-वे के निर्माण के लिए एन.एच.ए.आई. द्वारा डीपीआर के लिए निविदा जारी कर दी गई है। उद्योग विभाग द्वारा औद्योगिक विकास/निवेश के लिए एजेन्सी का चयन कर लिया गया है। अटल प्रोग्रेस-वे के निर्माण के अंतर्गत श्योपुर, मुरैना एवं भिण्ड जिलों के 149 गांव तथा 3063 हैक्टेयर (अनुमानित) भूमि आएगी।

25 मार्गों पर उपयोगकर्ता शुल्क

प्रदेश के 25 मार्गों पर टोल लगाने की कार्रवाई की जा रही है, जिससे विभाग को 210 करोड़ रूपए की वार्षिक आय होगी। प्रदेश के 200 मार्गों का आधुनिक पद्धति से यातायात सर्वेक्षण किया जा रहा है, जिससे उन्हें उच्च गुणवत्तायुक्त बनाया जा सके। प्रदेश के सभी टोल प्लाजा को स्वचालित (फास्ट टैग) किया जाएगा।

नियमित रूप से हो शासकीय भवनों की मरम्मत

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि शासकीय भवनों की निरंतर मरम्मत एवं संधारण होना चाहिए। प्रत्येक 02 वर्ष में पुताई की जाए। आवासीय भवनों का भी नियमित रूप से संधारण हो।

95 आर.ओ.बी. बनवाए जाएंगे

प्रदेश के अधिक यातायात वाले मार्गों पर कुल 95 रेलवे ओवरब्रिज स्वीकृत किए जाएंगे। इनके निर्माण में केन्द्र सरकार द्वारा 50 प्रतिशत राशि दी जाएगी।

यूजर फ्री टोल बनाने को प्राथमिकता

प्रदेश में बी.ओ.टी. मॉडल के स्थान पर यूजर फ्री टोल निर्माण को प्राथमिकता दी जाएगी।


Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं