नागदा - भारतीय संस्कृति में मनुष्य को अपनी दिनचर्या व्यवस्थित करने के लिए गुरूकुल की शिक्षा एवं संस्कारों के साथ जीवन का संचालन करना चाहिये।
उपर्युक्त सारगर्भित उद्बोधन राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की राष्ट्रीय वेब संगोष्ठी ‘योग-प्राणायाम एवं हमारा जीवन‘ पर वक्तव्य में मुख्य वक्ता डॉ. निशा जोशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि नाड़ी शोधन प्राणायाम से ऑक्सीजन शुद्ध मिलता है। योग कोरोना में भी सफल है। प्राणायाम चमत्कारी है। प्राण का आयाम करना ही प्राणायाम है। प्राणायाम हमारे प्राण की उर्जा बढ़ाता है। श्वास का नियंत्रण करने से उम्र भी बढ़ती है। सांस लम्बी एवं गहरी लेना ही प्राणायाम कहलाता है। मुख्य वक्ता डॉ. शम्भू पंवार ने कहा कि स्वस्थ्य शरीर में स्वच्छ मन का वास होता है। योग, व्यायाम, प्राणायाम स्वस्थ्य शरीर से जीवन सफल होता है। श्रीमती गरिमा गर्ग पंचकुला (हरियाणा) ने अपनी कविता के माध्यम से योग के प्रयोग का अनुरोध किया।
‘‘योग के प्रयोग को जीवन में लो धार, मिटेगा दुःख और दर्द होगा सुख अपार।
आधुनिक बीमारियों का होगा बंटाधार, 5 मिनट प्यारे योग क्रिया में देख गुजार।।
मस्तिष्क शक्ति तेज हो जायेगी अपरंपार, चेहरे पर होगा प्रकाश कर ले योग एक बार।
आधुनिक परिधान का करना जब ख्याल, खुद को समय दे सके छोड़ के सारे बबाल।।
सुंदर दिखने का है मन्त्र अपने पल्लेदार, वरना बेडौल शरीर से दिन कटे ना रात।।‘‘
संगोष्ठी का शुभारम्भ सरस्वती वंदना से श्रीमती ज्योति तिवारी(इन्दौर) ने एवं स्वागत भाषण डॉ. रेनू ‘शब्द मुखर‘(जयपुर) राजस्थान प्रदेश महासचिव ने दिया। अतिथि परिचय श्री राकेश छोकर राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने एवं विषय प्रस्तावना डॉ. प्रभु चौधरी राष्ट्रीय महासचिव ने प्रस्तुत की। स्वागत गीत श्रीमती पूर्णिमा कौशिक ने गाया। संगोष्ठी की अध्यक्षता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. उर्वशी उपाध्याय (प्रयाग) ने की। अपने कहा कि जीवन को जीने का सही तरीका ही योग है। हमें स्वस्थ रहने एवं अनुशासन के लिये योग आवश्यक है।
राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के महिला इकाई बैठक के द्वितीय सत्र में राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी महिला इकाई की बैठक में बताया कि आगामी अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस का प्रतिवर्षानुसार आयोजन जयपुर में प्रस्तावित है। हम सभी पदाधिकारियों को मातृशक्ति सम्मान समारोह को सहयोग करना है। बैठक में विचार विमर्श में डॉ. दिव्या गार्गी प्रयाग, डॉ. रश्मि चौबे, डॉ. मंजू रूस्तोगी, राकेश छोकर, डॉ. निशा जोशी अदिन ने सहभागिता की। मुख्य अतिथि श्रीमती सुवर्णा जाधव(मुम्बई) ने विचार रखे। अध्यक्षता डॉ. शिवा लोहारिया राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि आगामी अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह के लिये आमंत्रित किया।
ये रहे उपस्थित - पदाधिकारी डॉ. शहाबुद्दीन शेख, श्री अनिल ओझा, डॉ. संगीता पाल, श्रीमती अनुराधा अच्छवान, श्रीमती दिव्या स्वर्णकार, डॉ. शम्भू पंवर, डॉ. मुक्ता कौशिक, राकेश छोकर, पूर्णिमा कौशिक, डॉ. मंजू रूस्तोगी, गार्गी पाठक, डॉ. उर्वशी उपाध्याय आदि उपस्थित थे। संचालन डॉ. रश्मि चौबे महासचिव ने किया, आभार राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री अनिल ओझा इन्दौर ने माना।
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