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सही पोषण हमारे स्वस्थ जीवन का आधार है:  श्रीमती अमिता सिंह, वरिष्ठ पोषण एवं आहार विशेषज्ञ

सही पोषण हमारे स्वस्थ जीवन का आधार है:  श्रीमती अमिता सिंह, वरिष्ठ पोषण एवं आहार विशेषज्ञ


पीआईबी, भोपाल द्वारा “पोषण आहार : आज के संदर्भ में” विषय पर वेबिनार का आयोजन



भोपाल- 11-09-2020


सही पोषण हमारे स्वस्थ जीवन का आधार है और भोजन में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों को शामिल कर हम मधुमेह, उच्च रक्तचाप और थॉयराइड जैसे आजकल की बहुत सारी लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों से दूर रह सकते हैं। यह बात श्रीमती अमिता सिंह, वरिष्ठ पोषण एवं आहार विशेषज्ञ, भोपाल ने पीआईबी और आरओबी, भोपाल द्वारा आयोजित  “पोषण आहार : आज के संदर्भ में” विषय पर आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आमतौर पर हमारे भोजन में प्रोटीन की कमी देखी जाती है। प्रोटीन की कमी को समुचित मात्रा में दालें, दूध-दही और नट्स लेकर पूरा कर सकते हैं। अगर आप मांसाहारी हैं तो अंडा और मांस को भोजन में शामिल कर प्रोटीन की कमी को पूरा कर सकते हैं। श्रीमती सिंह ने बताया कि मोटापा आजकल का सबसे बड़ा विकार है और भोजन में संतुलित पोषक तत्वों को शामिल कर इस पर निजात पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में आंवला का सही उपयोग कर अपने इम्यून सिस्टम को दुरुस्त रखा जा सकता है। साथ ही श्रीमती अमिता सिंह ने कहा कि हमें जल्दी सोने और जल्दी उठने की आदत लगानी चाहिए। समुचित मात्रा में पानी पीना हमारे लिए लाभप्रद है। उन्होंने कहा कि गिलोय और अलोवेरा जैसी चीजों का एक निश्चित मात्रा में सेवन ही करना चाहिए। आवश्यकता से अधिक सेवन लीवर को हानि पहुंचाता है।


वेबिनार को संबोधित करते हुए सुश्री मीता माथुर, वरिष्ठ तकनीकी सलाहकार, न्यूट्रीशन, द कोएलिशन फॉर फूड एण्ड न्यूट्रीशन सिक्योरिटी, दिल्ली ने कहा कि हमारे यहां पोषण को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता है। हमारे लिए भोजन या तो सिर्फ पेट भरने का या उत्सव मनाने का साधन है। इसको हम स्वास्थ्य से जोड़ कर नहीं देख पाते हैं। सुश्री माथुर ने कहा कि हमें स्वस्थ रखने के लिए 80 प्रतिशत खानपान और 20 प्रतिशत व्यायाम का योगदान है। उन्होंने कहा कि पिछले दस साल में पुरुषों में मोटापा 51 प्रतिशत इजाफा हुआ है तो वहीं महिलाओं में 61 प्रतिशत मोटापा बढ़ा है। हमें जंक फूड से परहेज करना चाहिए और प्रोसेस्ड फूड कम खाना चाहिए। उन्होंने हृदयरोग, उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी बीमारियों से बचाव में समय पर संतुलित खान पान की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुड फैट भी हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहतर है। दोनों विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि मोटे अनाज का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है और चावल एवं शक्कर जैसी चीजों से बचना चाहिए। विशेषज्ञों की राय थी कि हमें अपने सामर्थ्य के अनुसार स्थानीय परिवेश में उपलब्ध सब्जियों, फलों और अनाजों, दालों और संभव हो दूध और दूध से बने पदार्थों का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए। ऐसा करने से संतुलित पोषण मिलेगा और रोगों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ेगी।


वेबिनार का विषय प्रवर्तन करते हुए पीआईबी, भोपाल के अपर महानिदेशक श्री प्रशांत पाठराबे ने मध्य प्रदेश में पोषण स्थिति का लेखा-जोखा पेश किया। उन्होंने बताया कि पोषण माह के अंतर्गत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की विभिन्न क्षेत्रीय इकाइयों द्वारा विविध कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और लोगों को पोषण के प्रति जागरूक बनाया जा रहा है।


वेबिनार का संचालन पीआईबी, भोपाल के निदेशक श्री अखिल नामदेव ने किया। श्री नामदेव ने पीआईबी, भोपाल के यूट्यूब चैनल के जरिए जुड़े प्रतिभागियों के सवालों को विशेषज्ञों के सामने प्रस्तुत किया, जिनका समाधान विशेषज्ञों ने विस्तार से किया। वेबिनार में धन्यवाद ज्ञापन पीआईबी, भोपाल के मीडिया एवं संचार अधिकारी श्री प्रेम चन्द्र गुप्ता ने किया।


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