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लोक एवं जनजातीय साहित्य और संस्कृति : सार्वभौमिक मानव मूल्यों के परिप्रेक्ष्य में पर केंद्रित संगोष्ठी में भाग लेंगे देश -  दुनिया के अनेक विद्वान

संजा लोकोत्सव 2020 के अंतर्गत होगी अंतरराष्ट्रीय वेब संगोष्ठी


लोक एवं जनजातीय साहित्य और संस्कृति : सार्वभौमिक मानव मूल्यों के परिप्रेक्ष्य में पर केंद्रित संगोष्ठी में भाग लेंगे देश -  दुनिया के अनेक विद्वान



देश की प्रतिष्ठित संस्था प्रतिकल्पा सांस्कृतिक संस्था, उज्जैन द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित संजा लोकोत्सव के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 13 सितंबर 2020 रविवार को दोपहर 2:00 बजे होगा। यह संगोष्ठी लोक एवं जनजातीय साहित्य और संस्कृति : सार्वभौमिक जीवन मूल्यों के परिप्रेक्ष्य में अभिकेंद्रित होगी। संगोष्ठी के प्रमुख अतिथि प्रसिद्ध प्रवासी साहित्यकार एवं अनुवादक श्री सुरेश चंद्र शुक्ल शरद आलोक, ओस्लो, नॉर्वे होंगे। संगोष्ठी की अध्यक्षता चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के हिंदी विभागाध्यक्ष एवं आईसीसीआर हिंदी चेयर, सुसु, चीन के पूर्व आचार्य डॉ नवीनचंद्र लोहनी होंगे। प्रमुख वक्ता विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक , हिंदी विभागाध्यक्ष एवं लोक संस्कृतिविद् प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा होंगे। विशिष्ट अतिथि महात्मा गांधी संस्थान, मॉरीशस की वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ अलका धनपत एवं जनजातीय संस्कृति की अध्येता डॉ हीरा मीणा, नई दिल्ली होंगी।


यह जानकारी देते हुए संस्था के अध्यक्ष श्री गुलाब सिंह यादव एवं निदेशक डॉ पल्लवी किशन ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का जीवंत प्रसारण प्रतिकल्पा सांस्कृतिक संस्था, उज्जैन के फेसबुक पेज पर होगा। परामर्शदाता साहित्यकार डॉ शिव चौरसिया एवं संस्था सचिव श्री कुमार किशन ने देश -  दुनिया के लोक संस्कृतिप्रेमियों, विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और साहित्यकारों से इस महत्त्वपूर्ण शोध संगोष्ठी में सहभागिता का अनुरोध किया है।




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