Skip to main content

काम से भागने वालों को बक्शा नहीं जायेगा

चिकित्सा क्षेत्र में सेवा देने वाले सेवक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन टीम वर्क के साथ करें


शासकीय अमला एक-दूसरे को प्रोत्साहित कर अच्छा कार्य कर अपनी संस्था का नाम रोशन करे


नवागत कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने आरडी गार्डी कॉलेज में चिकित्सकों के साथ बैठक ली



उज्जैन  05  मई। नवागत कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने आज उज्जैन में पदभार ग्रहण करने के बाद से ही कोरोना संक्रमण की वैश्विक महामारी से निपटने के लिये कार्यवाहियां करना प्रारम्भ कर दिया है। पदभार ग्रहण एवं कलेक्टर कार्यालय में बैठक लेने के बाद दोपहर में आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज पहुंचकर कॉलेज के चिकित्सकों के साथ बैठक लेकर वहां की व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने चिकित्सकों को निर्देश दिये कि चिकित्सा के क्षेत्र में सेवा देने वाले समस्त सेवक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर कोरोना महामारी से निपटा जाये। चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य करने वाले समस्त अधिकारी-कर्मचारी एक-दूसरे को प्रोत्साहित कर टीम वर्क के साथ बेहतर काम कर संस्था का नाम रोशन करे। जो समय बित गया, उसे जाने दें, आगे से बेहतर काम कर इस वैश्विक महामारी से हम सब एकसाथ मिलकर निपटें।



कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों से कोरोना के मरीजों के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हुए निर्देश दिये कि संस्था में समस्त अधिकारी-कर्मचारी रोस्टर अनुसार अपनी-अपनी ड्यूटी अनिवार्य रूप से दें। संस्था में कार्य करने वाली नर्सों को भी हिदायत दी है कि वे अपने निर्धारित समय में अनिवार्य रूप से सेवा कार्य करें। इस कार्यवाही में जो नर्सें लापरवाही या अनुपस्थित रहेंगी, उनके विरूद्ध सख्ती के साथ निपटा जायेगा। कलेक्टर ने चिकित्सकों से कहा है कि वे पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ अच्छा काम करें, ताकि समाज में संस्था का सन्देश बेहतर जाये। संस्था के साथ प्रशासन उनके साथ है। संस्था में किसी प्रकार की कठिनाई हो तो वह नि:संकोच प्रशासन के संज्ञान में लायें, ताकि समय पर समस्या का समाधान किया जा सके। चिकित्सा के क्षेत्र में सेवा करने वाले के मन में घृणात्मक भाव न आये। समाज में अच्छा सन्देश जाये। व्यवस्थाएं सुदृढ़ की जाये। लॉकडाउन का पालन भी अनिवार्य रूप से हो, यह भी सुनिश्चित किया जाये।


बैठक में अपर कलेक्टर एवं आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के नोडल अधिकारी श्री एसएस रावत ने कोरोना से पीड़ित भर्ती मरीजों एवं चल रही गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने नवागत कलेक्टर को जानकारी देते हुए बताया कि आरडी गार्डी अस्पताल 800 बेड वाला है। यहां पर हाल ही में मरीजों के सेम्पल लेकर जांच करने की लैब संचालित है। कोरोना से पीड़ित उज्जैन के अलावा आगर एवं रतलाम जिले के मरीज भर्ती हैं। मृतकों की संख्या के बारे में भी कलेक्टर को अवगत कराया। संस्था में कार्य करने वाले सेवकों की जानकारी दी और बताया कि कार्य पर उपस्थित नहीं होने पर कई नर्सों को नोटिस जारी किया गया है। वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं।


मप्र फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष एवं सेवा भारती के उपाध्यक्ष श्री ओम जैन ने कलेक्टर को अवगत कराया कि आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं में बेहतर सुधार हुआ है और परिस्थितियां बदली हैं। संस्था में व्यवस्थाएं शुरूआती दौर में कमतर रही होंगी, लेकिन प्रशासन की सक्रियता से और कॉलेज के सहयोग से निरन्तर सुधार हुआ है। श्री ओम जैन ने बताया कि धनात्मक रूप में संस्था में माहौल बनें, इस ओर काम करने की आवश्यकता है। संस्था के डॉ.गवारीकर आदि चिकित्सकों ने भी अपनी-अपनी बात कलेक्टर के समक्ष रखी।


 


Bkk News


Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर


Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets - http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar


Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं