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आपरेशन थियेटर में चुंबन मामले ने स्थगित कराया चार डॉक्टरों के तबादला आदेश ; मामला उज्जैन के जिला चिकित्सालय का , कोरोना को लेकर सरकार की गंभीरता पर सवाल

#एक्सक्लूसिव


आपरेशन थियेटर में चुंबन मामले ने स्थगित कराया चार डॉक्टरों के तबादला आदेश


मामला उज्जैन के जिला चिकित्सालय का , कोरोना को लेकर सरकार की गंभीरता पर सवाल



उज्जैन, बुधवार, 07 मई, 2020 । उज्जैन के जिला चिकित्सालय के आपरेशन थियेटर में हुए चुंबन कांड़ ने कोरोना संक्रमण से जूझने को लेकर किए गए चार डॉक्टरों के तबादला आदेश चार-पाँच घंटे के अंदर निरस्त कर दिए । तबादलों को निरस्त कराने में विधायक श्री पारस चन्द्र जैन की महत्वपूर्ण भूमिका रही । डॉक्टरों के तबादला आदेश की जानकारी जैसे ही उज्जैन पहुँची, वैसे ही तत्काल जानकारी विधायक श्री जैन के पास पहुँच गयी । साथ ही जानकारी पहुँची की  डॉ निदारिया व डॉ मालवीय ने उज्जैन में अपने पूर्व कार्यकाल में क्या गुल खिलाए थे.....?  



 


कोरोना संक्रमण को लेकर यह मामला मध्यप्रदेश सरकार की गंभीरता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है ।


गौरतलब है कि, कल शाम को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा क्रमांक/विज्ञप्त/कोविट -19/2020/657 भोपाल दिनांक 06/05/2020 के द्वारा प्रशासकीय कार्य सुविधा की दृष्टि से तत्कालिक व्यवस्था के तहत विशेषज्ञ/प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारीयों के पद पर चार तबादले किए गए थे । 



इस आदेश में एक तबादला डॉ राजू निदारिया - निश्चेतना विशेषज्ञ, जिला चिकित्सालय शाजापुर, को प्रभारी सिविल सर्जन सह मुख्य अधीक्षक जिला चिकित्सालय उज्जैन के पद पर पदस्थ किया गया था । गौरतलब है कि कुछ माह पूर्व डॉ निदारिया  जिला चिकित्सालय के आपरेशन थियेटर में एक नर्स का चुंबन लेते हुए वीडियो कैमरे में कैद हो गये थे । वीडियो वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ गया और डॉक्टर निदारिया को यहां से हटा दिया गया था वही डॉ मालवीय द्वारा अनुकंपा नियुक्ति के एक प्रकरण में लाभार्थी से रिश्वत लेने की मांग करते बातचीत का ऑडियो क्लिप वायरल होने के कारण इन्हें यहाँ से हटाया गया था ।  मध्यप्रदेश में सरकार बदलते ही कोरोना संक्रमण ने पैर पसार लिए । उज्जैन के हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं । जिसको लेकर उज्जैन में चिकित्सकों की आवश्यकता है । इसे देखते हुए डॉ निदारिया ने अपने राजनैतिक और प्रशासनिक संपर्क का फायदा उठाते हुए इस लिस्ट में अपना नाम जुड़वा लिया ।



जब यह मामला विधायक श्री पारस चन्द्र जैन द्वारा मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के संज्ञान में लाया गया तो ताबड़तोड़ तरीके से जारी किए गए आदेश को चार पांच घंटे में निरस्त कर दिया गया ।


आखिर क्या वजह है जब कोरोना संक्रमण को लेकर आवश्यकता अनुरूप तबादला आदेश जारी किया गया था तो फिर इसे निरस्त क्यों किया गया । सरकार चाहती तो सिर्फ डाक्टर निदारिया, डॉ मालवीय  का तबादला आदेश निरस्त कर सकती थी । यह उच्च स्तर पर मध्यप्रदेश शासन की कोरोना संक्रमण को लेकर अपनाई जा रही लापरवाही को दर्शा रही है ।
इस मामले को लेकर अपर संचालक स्वास्थ्य सेवाएं सपना एम. लोवंशी का कहना है कि, तबादला आदेश प्रशासकीय स्तर पर जारी किए गए थे और उन्हें स्थगित भी प्रशासकीय स्तर पर किया गया है । आदेश जारी करने और ताबड़तोड़ तरीके से स्थगित किए जाने के कारण को लेकर उन्होंने कहा कि, यह उच्च अधिकारी ही बता सकते हैं ।



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