Skip to main content

कोरोना वायरस बीमारी की रोकथाम के पुख्ता बंदोबस्त

प्रदेश में कोरोना वायरस का अब तक कोई पॉजिटिव प्रकरण नहीं


उज्जैन 13 मार्च। प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस का कोई भी प्रकरण पॉजिटिव नहीं है। राज्य सर्विलेंस इकाई नये दिशा-निर्देशों और परामर्श के लिये सेंट्रल सर्विलेंस इकाई नई दिल्ली के साथ सतत सम्पर्क में है। नोवल कोरोना वायरस बीमारी की जानकारी और मार्गदर्शन के लिये राज्य-स्तर पर कॉल-सेंटर-104 को सक्रिय किया गया है, जिस पर अब तक 821 कॉल प्राप्त हो चुके हैं।


इस बीमारी से निपटने के लिये राज्य शासन द्वारा निगरानी और नियंत्रण के ठोस उपाय किये गये हैं। गत दिवस तक कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आने वाले 690 यात्रियों की पहचान की जा चुकी है। इनमें से 283 यात्री उनके घरों में आइसोलेशन में रखे गये हैं, जबकि 356 यात्रियों का सर्विलेंस पूरा हो चुका है। संभावित 27 प्रकरणों के सेम्पल जाँच के लिये एनआईव्ही पुणे और इंदिरा गाँधी शासकीय मेडिकल कॉलेज नागपुर भेजे गये थे, जिनमें से 23 की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जबकि 4 की रिपोर्ट आना शेष है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर एयरपोर्ट पर प्रभावित देशों से आने वाले 9387 यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।


अपर संचालक, स्वास्थ्य डॉ. वीणा सिन्हा ने बताया कि संभावित कोरोना वायरस बीमारी के सेम्पल की जाँच सुविधा एम्स भोपाल और राष्ट्रीय जनजातीय स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान (एनआईआरटीएच) जबलपुर में उपलब्ध है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसे अंतर्राष्ट्रीय पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया गया है। इसके मद्देनजर बीमारी की रोकथाम के संबंध में पुख्ता कदम उठाये गये हैं। प्रदेश के नागरिकों से अपील की गई है कि वे मुँह को टिशू पेपर या रूमाल से ढंकें। हाथ मिलाकर अभिवादन न करें बल्कि अभिवादन के तौर पर सिर्फ नमस्ते करें।


ताजा जानकारी के मुताबिक नोवल कोरोना वायरस बीमारी के प्रकरण विश्व के 114 देशों में दर्ज किये गये हैं। आज चीन में 31 नये प्रकरणों की तुलना में अन्य देशों में 4596 नये प्रकरण दर्ज किये गये हैं।


Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर


Bkk News


Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets - http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar


Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं