Skip to main content

कोरोना को हराने में लगे प्रत्येक व्यक्ति के जज्बे को प्रणाम : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री ने इंदौर के सेवाभावियों से फोन पर की बातचीत 


भोपाल : मंगलवार, मार्च 31, 2020, 18:22 IST


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज इंदौर में आम जनता को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए दी जारी रही सेवाओं के लिए वहां कार्यरत चिकित्सकों, समाजसेवियों, राजस्व और नगर निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों, प्रशासनिक अधिकारियों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को साधुवाद दिया। उन्होंने इस बड़ी विपदा के समय सेवा कर रहे लोगों की सराहना भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप निरंतर पीड़ित मानवता की सेवा कर रहे हैं। आपके इस जज्बे को मैं प्रणाम करता हूँ। इस महामारी से निपटने में आप जुटे रहें, मैं भी आपके साथ हूँ। आप लोगों से इंदौर आने पर मिलूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब मिलकर कोरोना को पराजित कर देंगे। मानवता के विरूद्ध कोरोना द्वारा छेड़े गए युद्ध में हमारी विजय होगी। श्री चौहान आज मंत्रालय से इंदौर में कोरोना की स्थिति के बारे में विभिन्न वर्गों से टेलीफोन पर बात कर रहे थे।


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौरवासियों से कहा कि आप लोग घरों में रहे, लॉकडाउन का पालन करें। आइसोलेशन पर निरंतर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि इंदौर की जनता अपने दृढ़संकल्प से कोरोना पर जीत हासिल करेगी। मुख्यमंत्री ने कमिश्नर इंदौर श्री आकाश त्रिपाठी, कलेक्टर श्री मनीष सिंह, डीआईजी श्री हरिनारायणचारी मिश्र से भी बात की। उन्होंने इंदौर में प्रमुख रूप से उपचार कार्य, सोशल डिस्टेंसिंग रोगियों के सैंपलों की लैब में जाँच, लोगों को घर से न निकलने की समझाईश देने, सेनिटाइजेश व्यवस्था, किराने का सामान और फूड पैकेट्स वितरण, अस्पतालों में साफ-सफाई, छात्रावासों में भोजन, क्वॉरेन्टाइन बेड व्यवस्था और स्वच्छता के कार्य में लगे अधिकारियों-कर्मचारियों को दिल से धन्यवाद दिया।


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डॉ. विनोद भंडारी को कोरोना के रोगियों को इंदौर में 450 बेड के हॉस्पिटल की सुविधा देने, राधा स्वामी सत्संग इंदौर के श्री जगदीश सिंह को राज्य के बाहर से आए करीब 500 श्रमिकों के रूकने और ठहरने के इंतजाम के लिए, गीता भवन ट्रस्ट इंदौर के श्री गोपालदास मित्तल को सहायता कोष में 11 लाख रूपये की राशि देने के लिए, कोरोना रोगियों के उपचार का कार्य निरंतर कर रहे डॉ. संजय अवास्या, डॉ. मनीष पुरोहित और डॉ. सरिता पांडे को समर्पित सेवाओं के लिए धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने स्टॉफ नर्स श्रीमती श्वेता गुडवीन और आशा कार्यकर्ता श्रीमती फिजा फातिमा को भी कोरोना संक्रमित रोगियों की सेवा के लिए और अपर कलेक्टर इंदौर श्री पवन जैन, तहसीलदार श्री दिनेश सोनरतिया, पटवारी श्री अविनाश मिश्रा, उप संचालक पिछड़ा वर्ग श्री वेद प्रकाश श्रीमाली, आरआई श्री जयसिंह तोमर, स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम श्री अखिलेश उपाध्याय, वर्कशॉप प्रभारी श्री मनीष पांडे, जोनल ऑफीसर श्री वैभव देवलासे, स्वास्थ्य निरीक्षक श्री पंकज धौलपुरे द्वारा विभिन्न सेवा कार्यों में संलग्न रहने के लिए उनका आभार व्यक्त किया।


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों का भी आभार माना। इनमें डॉ. निशांत, श्री देवेन्द्र चंद्रवंशी सहित कुछ रोगी भी शामिल हैं, जो उपचार प्राप्त कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सभी से आत्मीयतापूर्वक चर्चा की और उन्हें आश्वस्त किया कि शीघ्र ही यह संकट समाप्त हो जाएगा। हर हाल में हमारी विजय होगी। परिणाम अच्छे आएंगे और हम इंदौर शहर के साथ ही प्रदेश और देश को इस रोग से बचाने में सफल होंगे।



Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर


Bkk News


Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets - http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar



Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं