Skip to main content

कपास और मानव निर्मित फाइबर पर कर

कपड़ा मंत्रालय


पूरे कपड़ा मूल्य श्रृंखला में कपास पर जीएसटी 5% है जबकि मानव निर्मित फाइबर (एमएमएफ) और कपड़ा पर जीएसटी दर क्रमशः 18%, 12% और फाइबर, फिलामेंट यार्न / काता यार्न और कपड़े पर 5% है। एमएमएफ मूल्य श्रृंखला (फीडस्टॉक से फैब्रिक तक) के लिए एक समान कर संरचना के कार्यान्वयन का मामला पहले ही वित्त मंत्रालय को कर्तव्य संरचनाओं में उलटा सुधार करने के लिए संदर्भित किया गया था। MMF मूल्य श्रृंखला पर GST के युक्तिकरण से MMF क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।


सूती कपड़ों सहित कपड़ा क्षेत्र में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 7 मार्च 2019 से नई RoSCTL (रिबेट ऑफ स्टेट एंड सेंट्रल टैक्सेज एंड लेविस) योजना पेश की है। सरकार ने 1% तक के विशेष एक-बार अतिरिक्त तदर्थ प्रोत्साहन को भी अधिसूचित किया है। ०.३.२०१ ९ से ३१.१२.२०१९ को ४% की दर से RoSCTL और RoSL + MEIS के बीच अंतर को ऑफसेट करने के लिए परिधान और मेड-अप के निर्यात के लिए प्रदान की जाने वाली FoB मूल्य।


MMF क्षेत्र में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने PTA पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी भी हटा दी है, जो MMF फाइबर और यार्न के निर्माण के लिए एक प्रमुख कच्चा माल है। निर्यातकों को मार्केट एक्सेस इनिशिएटिव (MAI) योजना के तहत सहायता प्रदान की जाती है। कपड़ा क्षेत्र के MSMEs द्वारा निर्यात के लिए प्री और पोस्ट शिपमेंट क्रेडिट के लिए ब्याज बराबरी की दर को 2.11% से 3% से 5% तक बढ़ाया गया है।


ब्याज समानता योजना का लाभ 2.1.2019 से व्यापारी निर्यातकों को दिया गया है जो पहले केवल निर्माता निर्यातकों तक सीमित था।


कपड़ा मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने आज लोकसभा में एक लिखित जवाब में यह जानकारी दी।


==========================================================================


Ministry of Textiles


Tax on Cotton and Man-Made Fibres



GST on cotton is 5% across the entire textiles value chain whereas GST rates on manmade fibres (MMF) and textiles are 18%, 12%, and 5% on fibre, filament yarn/ spun yarn and fabrics respectively. The matter of implementation of a uniform tax structure for the MMF value chain (from feedstock to fabric) was already referred to Ministry of Finance to correct inversion in duty structures. Rationalization of GST on MMF value chain will help to boost growth of the MMF sector.


To boost exports in textile sector including cotton clothing, Government has introduced the new RoSCTL (Rebate of State and Central Taxes and Levies) scheme from  7th March 2019. Government has also notified a special one-time additional ad-hoc incentive of upto 1% of FoB value to be provided for exports of apparel and made-ups to offset the difference between RoSCTL and RoSL + MEIS at the rate of 4%, from 7.3.2019 to 31.12.2019.


To boost exports in MMF sector, Government has also removed anti-dumping duty on PTA, a key raw material for the manufacture of MMF fibre and yarn. Exporters are also provided assistance under Market Access Initiative (MAI) Scheme. Interest equalization rate for pre and post shipment credit for exports by MSMEs of textile sector has been enhanced from 3% to 5% from  2.11.2018.


Benefits of Interest Equalization Scheme has been extended to merchant exporters from 2.1.2019 which was earlier limited to only manufacturer exporters.


This information was given by the Minister of Textiles, Smriti Zubin Irani, in a written reply in the Lok Sabha today.




Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर


Bkk News


Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets - http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar




Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं