Skip to main content

वुहान के निकासी अभियान में समर्पण भाव से काम करने वाले एयर इंडिया के कर्मचारियों को प्रशंसा पत्र दिया गया

नागरिक उड्डयन मंत्रालय


      केन्‍द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप सिंह पुरी ने वुहान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के अभियान में शामिल एयर इंडिया के 68 कर्मचारियों को आज प्रधानमंत्री की ओर से दिया गया प्रशंसा पत्र सौंपा।


      नागरिक उड्डयन सचिव श्री राजीव बंसल, एयर इंडिया के अध्‍यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री राजीव बंसल, पूर्व अध्‍यक्ष सह प्रबंधक निदेशक अश्विनी लोहानी सहित मंत्रालय के कई वरिष्‍ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे। चीन में नोवेल कोरोना वायरस के प्रमुख केन्‍द्र वुहान शहर से कुल 647 भारतीयों और मालदीव के सात नागरिकों को निकाला गया था।                


      श्री पुरी ने इस अभियान में टीम भावना के साथ किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए कहा ‘एयर इंडिया की टीम ने महामारी से प्रभावित वुहान शहर की विषम परिस्थितियों के बावजूद अपने देशवासियों को स्‍वेदश लाने के लिए जिस समर्पण भाव के साथ काम किया है उसपर हमें गर्व है। ‘उन्‍होंने कहा ‘मुझे इस ऐतिहासिक अभियान का हिस्‍सा बने लोगों को प्रधानमंत्री की ओर से दिया गया प्रशंसा पत्र सौंपने में गर्व महूसस हो रहा है। मैं इन सभी लोगों को राष्‍ट्र सेवा के उनके इस कार्य के लिए तहेदिल से धन्‍यवाद देता हूं।’  


       एयर इंडिया के चालक दल द्वारा वुहान शहर में एक आपातकालीन निकासी अभियान चलाया गया था और गंभीर परिस्थितियों से अवगत होने के बावजूद 31 जनवरी, 2020 और 1 फरवरी, 2020 को लगातार दो दिन 423 सीटों वाले बी-747 विमान वहां भेजे थे।  इस अभियान का नेतृत्व एयर इंडिया के 68 सदस्यों के साथ कैप्टन अमिताभ सिंह ने किया था। श्री सिंह इस अभियान के परिचालन निदेशक थे। वुहान भेजी गई एयर इंडिया की टीम में 8 पायलट, चालक दल के 30 सदस्‍य, 10 वाणिज्यिक कर्मचारी और एक वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। एयर इंडिया के इस साहससिक कार्य की दुनिया भर के लोगों ने सराहना की है।


Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर


Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets - http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar


Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं