Skip to main content

शिवराज सरकार के कार्यकाल में ओडीएफ योजना के शौचालय 'खाने' के बाद, बच्चों के हिस्से का दूध भी 'पी रहे थे' घोटालेबाज : शोभा ओझा

भोपाल के शाहजहानाबाद गोदाम से स्किम्ड मिल्क पाउडर मिलना, बहुचर्चित पोषण आहार घोटाले का ही हिस्सा


शिवराज सरकार के कार्यकाल में ओडीएफ योजना के शौचालय 'खाने' के बाद, बच्चों के हिस्से का दूध भी 'पी रहे थे' घोटालेबाज : शोभा ओझा


भोपाल, 27 फरवरी 2020

मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्षा श्रीमती शोभा ओझा ने आज जारी अपने वक्तव्य में बताया कि शिवराज सरकार के संरक्षण में बच्चों के पोषण आहार सप्लाई का जो घोटाला हुआ, एक-एक करके उसकी परतें अब खुलती जा रही हैं, अगर कमलनाथ सरकार ने 'शुद्ध के लिए युद्ध' न छेड़ा होता तो यह कभी पता न चल पाता कि बच्चों के जीवन से गंभीर खिलवाड़ करते हुए पोषण आहार व स्किम्ड मिल्क पाउडर बिना जांच के सीधे आंगनवाड़ियों को सप्लाई किया जा रहा था।


आज जारी अपने वक्तव्य में श्रीमती ओझा ने कहा कि प्रदेश की राजधानी भोपाल के शाहजहानाबाद स्थित गोदाम से मिले स्किम्ड मिल्क पाउडर को सीधे आंगनवाड़ियों तक पहुंचाने के निर्देश, फरवरी 2018 में, तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी ने दिए थे, उसके बावजूद बच्चों के पोषण के लिए आया दूध, आंगनवाड़ी केंद्रों की बजाय गोदाम में रखवा दिया गया। साफ है कि शिवराज सरकार के कार्यकाल में हुए पोषण आहार घोटाले से इस मामले के सीधे तार जुड़े हैं और यह भी पूरी तरह स्पष्ट है कि माफियाओं व 'महानुभावों' ने बच्चों के हिस्से का दूध उनके तथाकथित 'मामा' की सरकार के संरक्षण के चलते, गोदामों में कालाबाजारी के उद्देश्य से ही जमा करवाया था।


श्रीमती ओझा ने कहा कि यह शर्मनाक है कि अवैध उत्खनन, ई-टेंडरिंग, डंपर, सिंहस्थ, पेंशन, पौधारोपण, संबल योजना और ओडीएफ जैसे महाघोटाले करने वाली शिवराज सरकार ने, पोषण आहार और व्यापमं जैसे घोटाले भी कर डाले जिनसे प्रदेश के उन बच्चों के भविष्य, स्वास्थ्य और जीवन के साथ भी गंभीर खिलवाड़ हुआ, जिनको तथाकथित 'मामा' और तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह अपना 'भांजा-भांजी' बताते थे।


अपने बयान के अंत में श्रीमती ओझा ने कहा कि अपने पूरे कार्यकाल में केवल घोटाले करने, झूठी घोषणाएं करने और मुंह चलाने की बजाय यदि शिवराज सरकार ने वास्तव में कुछ ठोस, जनहितैषी और विकासोन्मुख कदम उठाए होते तो प्रदेश की तुलना झारखंड और बिहार की बजाय कर्नाटक, महाराष्ट्र और दिल्ली से हो रही होती। शुक्र है कि अब प्रदेश को एक ऐसी जनहितैषी सरकार मिली है, जो न केवल विकास और प्रगति के रोड-मैप पर काम कर रही है बल्कि अपने नागरिकों के स्वास्थ्य और जीवन के प्रति संवेदनशीलता दर्शाते हुए, पिछली सरकार के सभी घोटालों को उजागर कर, सभी दोषियों को सजा दिलाने के लिए भी प्रतिबद्ध है।


Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर


Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets - http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar


Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं