Skip to main content

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने महिलाओ के विरूद्व समाज में होने वाली हिंसा एवं उत्पीडन की रोकथाम एवं महिलाओं के लिए विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की


हरिद्वार-दिनांक 19.02.2020 उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की माननीय अध्यक्ष श्रीमती विजया बडथ्वाल ने आज जिलाधिकारी कार्यालय रोशनाबाद में जनपद के अधिकारियों के साथ महिलाआंे के विरूद्व समाज मंे होने वाली हिंसा एवं उत्पीडन की रोकथाम एवं महिलाओं के लिए विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की। 
माननीय अध्यक्ष ने निर्देश दिये कि सभी अधिकारी सुनिश्चित कर ले कि भारत सरकार द्वारा संचालित तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित जितनी भी योजनाएं है उनका कितना लाभ महिलाओं को मिल रहा है और इन योजनाओं से ज्यादा से ज्यादा महिलाएं लाभान्वित हो उसके लिए कितने प्रयास किये गये। चिकित्सा विभाग से जानकारी लेते हुये उनके विभाग में चल रही महिला सम्मान दिवस, जननी सुरक्षा योजना योजन आदि योजनाओं  की विस्तार से जानकारी प्राप्त की। मा0 अध्यक्ष ने निर्देश दिये कि कितनी महिलाएं स्वास्थ्य केन्दों में आयी और कितनी महिलाओं लाभान्वित हुई और अधिक से अधिक लाभ महिलाओं को मिले इसके लिए आपकी क्या योजना है पूरा व्योरा चार्ट बनाकर उपलब्ध कराये। 



समाज कल्याण विभाग की जानकारी लेते हुये निर्देश दिये कि जनपद मे जितने महिला शरणालय एवं एनजीओ चल रहे है उनको पंजीकरण अवश्य कराये और समय समय पर उनका निरीक्षण करें। समाज कल्याण अधिकारी द्वारा उनके विभाग में चल रही पेंशन, आदि योजनाओं बारे मे विस्तार से बताया। मा0 अध्यक्ष द्वारा विधवा की पुत्री की शादी में जो धनराशी दी जाती है उसमें क्या लाभ महिलाओं को दे रहे है इस पर समाज कल्याण अधिकारी द्वारा अवगत कराया कि विधवा की पुत्री की शादी होने पर ही यह धनराशि दी जाती है। इस पर संज्ञान लेते हुये मा0 अध्यक्ष ने कहा कि शादी से पहले यह धनराशि दी जाती है उसका संबंधित को क्या लाभ मिलेगा यह धनराशि शादी से पहले दी जानी चाहिये।  इसके लिए शासन स्तर पर वार्ता की जायेगी। 



पुलिस विभाग को निर्देश देते हुये मा0 अध्यक्ष ने कहा कि अक्सर पुलिस विभाग से यह शिकायत मिलती है कि महिलाओ की एफआईआर समय से नही लिखी जाती और उनके साथ सही व्यवहार भी नही किया जाता और पुलिस का सहयोग नही मिलता।  इसमें सुधार लाया जाए और सुनिश्चित कर लिया जाऐ कि कितनी शिकायते आयी कितनी शिकायतों का समाधान किया गया। उसका पूरा व्योरा उपलब्ध कराये। उद्योग विभाग को निर्देश देते हुये कहा कि महिलाओं की उद्योगो में भागीदारी होना अति आवश्यक है जिससे महिलाएंे भी उद्यमी बने।  भारत सरकार व राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी के लिए आवश्यक प्रचार प्रसार करें जिससे महिलाऐं भी उनका लाभ उठा सके। 
मा0 अध्यक्ष ने महिला शक्ति केन्द्र मे कार्यरत वेलेन्टियरों की कार्याें की जानकारी प्राप्त की मुख्य शिक्षा अधिकारी तथा जिला कृषि अधिकारी द्वारा अपने प्रतिनिधि को बैठक मे भेजने पर नाराजगी व्यक्त की। बैठक के उपरान्त मा0 अध्यक्ष ने प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता की।



बैठक मे एसीएमओं एचडी शाक्य, जिला कार्यक्रम अधिकारी मुकुल चैधरी,एपीसीटी कमलेश उपाध्याय,जिला समाज कल्याण अधिकारी पी.आर मलिठा,महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र अजंनी रावत नेगी, सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। 


Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर


Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets - http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar


Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं